
Jamshedpur. टाटा स्टील के एमडी सह सीइओ टीवी नरेंद्रन ने कहा है कि चीन के बढ़ते आयात को रोकने के लिए केंद्र सरकार जरूरी कदम उठायेगी. कंपनी से जरूरी डेटा मांगा या है. इसको कंपनी ने पहुंचा दिया है. उम्मीद है कि सरकार इस दिशा में कोई सकारात्मक कदम उठायेगी. टीवी नरेद्रन एमडी ऑनलाइन के कार्यक्रम में सवाल का जवाब दे रहे थे. इससे पहले टाटा स्टील के कर्मचारियों तथा अधिकारियों से सीधे रु-ब-रु मासिक कार्यक्रम एमडी ऑनलाइन में एमडी ने कंपनी के बारे में विस्तृत जानकारी दी. नरेंद्रन ने बताया कि टाटा स्टील भारत में हाइड्रोजन आपूर्ति के लिए पाइप लाइन बनाने वाली पहली कंपनी बन गयी है. एक कर्मचारी ने टाटा स्टील के लिए दुर्लभ धातु खनन का दायरा क्या है के बारे में पूछा.

इसके जवाब में बताया गया कि अब दुर्लभ धातु का खनन निजी कंपनी द्वारा नहीं किया जा सकेगा. नए नियम में यह कार्य केवल सरकार द्वारा किया जाएगा. अपने सवाल में इंजीनियरिंग प्रोजेक्ट डिपार्टमेंट की मेघा कुमारी ने टीएमएच में विशेष बच्चों के लिए व्यावसायिक एवं वाक चिकित्सा की कोई सुविधा नहीं होने का मुद्दा उठाया. इसके जवाब में जीएम मेडिकल सर्विसेस ने कहा कि हम सुविधा स्थापित करने का प्रयास कर रहे हैं और इस बीच आपका आंशिक खर्च वीपी सीएस द्वारा वहन किया जाएगा. एक कर्मचारी ने टीएमएच में हेमेटोलॉजी का डॉक्टर नहीं होने का मुद्दा उठाया.
इसके जवाब में वीपी सीएस चाणक्य चौधरी ने कहा कि इसके लिए साक्षात्कार हुआ था लेकिन उसमें कोई डॉक्टर शामिल नहीं हुआ था. अब नए सिरे से इसी तैयारी की जा रही है. सीआरएम के कमेटी मेंबर अशोक गुप्ता ने अपने सवाल में सुझाव दिया कि स्वर्गीय रतन टाटा के नाम पर एक छात्रवृत्ति शुरू की जाये ताकि बच्चों को भी लाभ हो और रतन टाटा का अमर नाम आने वाली पीढ़ियों तक रहे. इस पर आश्वासन देते हुए कहा गया कि हम देखेंगे. एक कर्मचारी ने मणिपाल को इंजीनियरिंग कॉलेज खोलने का सुझाव दिया जिसपर वीपी सीएस ने कहा कि वे इस मामले को देखेंगे.
