- राजीव मंगल बोले-कार्बन बैंक संगठन के भीतर सस्टेनेबिलिटी को बढ़ावा देने के लिए एक ठोस प्रतिबद्धता है
जमशेदपुर. टाटा स्टील ने स्टीलेनियम हॉल में अपने सस्टेनेबिलिटी माह का समापन किया. कार्यक्रम का थीम सत्वा 2 नामक कार्यक्रम और जीवन की प्रतिध्वनि जारी है पर आधारित था. कार्यक्रम में एक महत्वपूर्ण घोषणा की गयी. बताया गया कि भारत के पहले कार्बन बैंक का शुभारंभ किया गया, जो एक वर्चुअल भंडार है. इसके माध्यम से कार्बन डाइऑक्साइड भविष्य में उपयोग के लिए मूल्य-सृजन परिसंपत्ति बन जाएगी. कार्बन बैंक का उद्देश्य विभिन्न सस्टेनेबिलिटी परियोजनाओं से उत्पन्न कार्बन डाइऑक्साइड बचत का आकलन और प्रबंधित करना है. यह बचत न केवल पर्यावरणीय लक्ष्यों में योगदान करेगी, बल्कि राजस्व सृजन की क्षमता भी रखेगी. इसका आगे के डीकार्बोनाइजेशन प्रयासों में फिर से निवेश किया जा सकता है. इस अवसर पर, टाटा स्टील के सेफ्टी, हेल्थ एंड सस्टेनेबिलिटी के वाइस प्रेसिडेंट राजीव मंगल ने कहा कि सस्टेनेबिलिटी के बारे में बढ़ती वैश्विक चिंताओं के मद्देनजर, टाटा स्टील ने पर्यावरण, सामाजिक और व्यावसायिक क्षेत्रों में सस्टेनेबिलिटी के प्रति अपनी अटूट प्रतिबद्धता के हिस्से के रूप में कार्बन उन्मूलन पहलों को आगे बढ़ाने के लिए सक्रिय कदम उठाए हैं. कार्बन बैंक संगठन के भीतर सस्टेनेबिलिटी को बढ़ावा देने के लिए एक ऐसी ही ठोस प्रतिबद्धता है. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि टाटा स्टील के सेफ्टी, हेल्थ एंड सस्टेनेबिलिटी के वाइस प्रेसिडेंट राजीव मंगल और टाटा वर्कर्स यूनियन के अध्यक्ष संजीव चौधरी टुन्नु मौजूद थे.