जमशेदपुर: झारखंड विधानसभा का एसटी के लिए आरक्षित पोटका विधानसभा सीट से झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा की धर्मपत्नी मीरा मुंडा के चुनाव लड़ने से यह विधानसभा क्षेत्र काफी हैवीवेट माना जा रहा है.इस विधानसभा क्षेत्र से 4 बार भाजपा और 4 बार झारखंड मुक्ति मोर्चा ने चुनाव जीता है.
झारखंड मुक्ति मोर्चा के विधायक विधायक संजीव सरदार ने अपने 5 वर्षों के कार्यकाल में कई ऐसे सराहनीय कार्य किए हैं जिसके कारण पोटका विधानसभा क्षेत्र की जनता उन्हें दोबारा विधायक के रूप में देखना चाहेगी.
पोटका विधायक संजीव सरदार ने कहा कि उन्होंने अपने 5 वर्षों के कार्यकाल में पोटका में कई विकास कार्यों को धरातल पर उतारा. विधायक संजीव सरदार ने कहा कि 2019 के चुनाव के दौरान किये वादे को उन्होंने पूरा किया.
मीडिया रिपोर्ट के अनुरूप पोटका में डिग्री कॉलेज की स्थापना विधायक संजीव सरदार की पहल पर हुई. सीएम शिलान्यास कर चुके हैं. काम चल रहा है. पोटका एवं डुमरिया में 30-30 बेड के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बनाये जा रहे हैं. पोटका में वृहद जलापूर्ति योजना के तहत घर-घर जल पहुंचाने का काम चल रहा है. प्रखंड की 34 पंचायतों के घरों में नलों से पानी पहुंचाने व बागबेड़ा हाउसिंग कॉलोनी में शुद्ध पेयजल पहुंचाने का कार्य प्रगति पर है. प्रसिद्ध मुक्तेश्वर धाम हरिणा को पर्यटन स्थल बनाने की प्रक्रिया जारी है. वन विभाग द्वारा हरिणा मुक्तेश्वरधाम में बायो डायवर्सिटी पार्क का निर्माण कराया जा रहा है. गंगाडीह पंचायत के समीप कोल्ड स्टोरेज बन रहा है. इसके बनने से किसानों को फायदा होगा.
अनुसूचित जनजाति की आरक्षित सीट पोटका विधानसभा क्षेत्र में 3,09,894 वोटर हैं. इस सीट पर 1977 से ही भूमिज जनजाति के नेताओं का कब्जा रहा है. यहां से वर्तमान में झामुमो के संजीव सरदार विधायक हैं. झारखंड मुक्ति मोर्चा प्रत्याशी संजीव सरदार ने 2019 में तीन बार की भाजपा विधायक मेनका सरदार को 43110 वोटों से हराया था. इस सीट पर हमेशा झामुमो और भाजपा के बीच मुकाबला रहा है.
इस सीट से पूर्व में माझी रसराज टुडू, सनातन माझी व हाड़ीराम सरदार ने दो-दो बार और सनातन सरदार व मेनका सरकार ने तीन-तीन बार प्रतिनिधित्व किया है.
वहीं दूसरी ओर पोटका विधानसभा क्षेत्र की पूर्व विधायक मेनका सरदार ने विधायक संजीव सरदार के विकास के दावों को किया खारिज करते हुए कहा कि उन्होंने पोटका विधानसभा के लिए जो विकास काम किया था, वह रुका हुआ है. वर्तमान में कुछ काम आगे नहीं बढ़ा. बल्कि, कई काम को रोक दिया गया. उन्होंने बागबेड़ा ग्रामीण जलापूर्ति योजना शुरू करायी थी. वह अब तक अधूरी है. हाता से तिरिंग (ओडिशा) तक राष्ट्रीय राजमार्ग नहीं बना है. कोवाली-डुमरिया सड़क भी नहीं बन पायी है. पोटका में डिग्री कॉलेज खोलने का प्रयास उन्होंने ही किया था. वहीं, जनमुद्दे का समाधान नहीं किया जा रहा है. रोजी-रोटी के लिए लोग पलायन कर रहे हैं.
2019 के पोटका विधानसभा चुनाव में
मिले मत
संजीव सरदार झामुमो 110753
मेनका सरदार भाजपा 67643
बुलू रानी सिंह आजसू 5735
अबतक हुए विधानसभा चुनाव में पोटका से किसने मारी बाजी
वर्ष प्रत्याशी पार्टी
1952 हरिपदो सिंह झारखंड पार्टी
1957 सुपाई सोरेन झारखंड पार्टी
1962 माझी रसराज टुडू कांग्रेस
1967 माझी रसराज टुडू कांग्रेस
1969 सनातन माझी निर्दलीय
1972 सनातन माझी निर्दलीय
1977 सनातन सरदार जनता पार्टी
1980 सनातन सरदार भाजपा
1985 सनातन सरदार कांग्रेस
1990 हाड़ीराम सरदार झामुमो
1995 हाड़ीराम सरदार झामुमो
2000 मेनका सरदार भाजपा
2005 अमूल्य सरदार झामुमो
2009 मेनका सरदार भाजपा
2014 मेनका सरदार भाजपा
2019 संजीव सरदार झामुमो
उपरोक्त आंकड़े को गौर से देखने से प्रतीत होता है कि झारखंड विधानसभा का भूमिज बाहुल पोटका विधानसभा क्षेत्र जहां वर्ष 1971 से ही भूमिज निर्णायक रहे हैं वहां पर मीरा मुंडा का जीत हासिल करना बड़ी चुनौती होगी.
कुमार मनीष,9852225588