Chandil. चांडिल डैम के ऊपरी भाग में लगातार बारिश होने के कारण चांडिल डैम का जलस्तर 180.60 मीटर तक पहुंच गया है. जलस्तर बढ़ने के बावजूद शनिवार को रेडियल गेट नहीं खोले गये. इससे ईचागढ़ के विस्थापितों को इस बार भी डूबने के डर सता रहा है. लोग घरों में पानी भरने को लेकर चिंतित हैं.
रविवार को चांडिल डैम से स्वर्णरेखा नदी में 3500 क्यूसेक पानी छोड़ने का फैसला लिया गया है. सुबह आठ बजे स्वर्णरेखा नदी में 3500 क्यूसेक पानी छोड़ा जायेगा. जिला प्रशासन ने स्वर्णरेखा नदी में पानी छोड़े जाने के दौरान जनसाधारण से नदी के तटीय व डूब क्षेत्रों में नहीं जाने की अपील की है.
खरकई एवं स्वर्णरेखा नदी के जलस्तर में वृद्धि देखी जा रही है. फिलहाल खरकई और स्वर्णरेखा नदी खतरे के निशान से नीचे है. जिला प्रशासन ने दोनों नदियों के तटीय क्षेत्र व डूब क्षेत्र में रहने वाले लोगों को सतर्क करते हुए सुरक्षित क्षेत्र में रहने व नदी किनारे नहीं जाने की अपील की है, ताकि किसी तरह से जानमाल का नुकसान नहीं हो.