New Delhi. इस्पात कंपनी टाटा स्टील ने ब्रिटेन के पोर्ट टैलबोट में स्थित अपने संयंत्र में 1.25 अरब पाउंड का प्रस्तावित निवेश ब्रिटिश सरकार और विपक्ष के बीच नीतिगत मतभेदों की वजह से खटाई में पड़ने के बारे में आई खबरों पर चिंता जताई है. पिछले साल सितंबर में टाटा स्टील और ब्रिटिश सरकार के बीच पोर्ट टैलबोट इस्पात संयंत्र में कार्बन उत्सर्जन कम करने के लिए 1.25 अरब पाउंड की संयुक्त निवेश योजना पर सहमति जताई गई थी. इस निवेश में से 50 करोड़ पाउंड की राशि ब्रिटिश सरकार को देनी है.
कंपनी ने बयान में कहा, ‘हम ब्रिटिश मीडिया में आई उन खबरों को देखकर आशंकित हैं, जिनमें कहा गया है कि ब्रिटेन के इस्पात उद्योग में कई दशकों का सबसे बड़ा 1.25 अरब पाउंड का निवेश मौजूदा चुनावी प्रक्रिया के दौरान कंजर्वेटिव पार्टी और लेबर पार्टी के बीच उभरे नीतिगत मतभेदों के कारण खतरे में पड़ सकता है.’ टाटा स्टील ने कहा कि वह आने वाले महीनों में पोर्ट टैलबोट संयंत्र में भारी-भरकम परिसंपत्तियों को बंद करने और पुनर्गठन कार्यक्रम की घोषणा पर कायम रहेगी.टाटा समूह की कंपनी टाटा स्टील ब्रिटेन के पोर्ट टैलबोट में 30 लाख टन प्रति वर्ष क्षमता वाली सबसे बड़ी ब्रिटिश इस्पात इकाई का संचालन करती है और करीब 8,000 लोगों को रोजगार देती है.