रांची. कृषि, पशुपालन और सहकारिता मंत्री दीपिका पांडेय सिंह ने बुधवार को विभागीय अधिकारियों के साथ कृषि और कृषि से संबंधित योजनाओं की समीक्षा बैठक की. मौके पर विभागीय अधिकारियों का मनोबल बढ़ाते हुए दीपिका ने कहा कि सभी अधिकारी टीम वर्क के तहत काम करें और काम ऐसा होना चाहिए, जिससे सरकारी योजनाओं का फायदा राज्य के अंतिम कृषक तक पहुंच सके.
नेपाल हाउस के सभागार में हुई इस बैठक में कृषि निदेशक कुमार ताराचंद ने बताया की वित्तीय वर्ष 2024 में कृषि निदेशालय से संबंधित योजनाओं का लाभ राज्य के लगभग 4 लाख 12 हजार किसान बंधुओं को दिया गया है और 2 लाख से अधिक किसानों तक योजनाओं का लाभ पहुंचने की उम्मीद है. झारखंड कृषि ऋण माफी योजना अंतर्गत वैसे किसान जिनकी बकाया राशि दो लाख रुपये तक है उन्हें चिह्नित कर लिया गया है तथा उनकी ऋण माफी इसी माह में कर दी जायेगी.
झारखंड राज्य मिलेट मिशन के अंतर्गत अभी तक 9722 किसानों का पंजीकरण किया जा चुका है पंजीकरण की प्रक्रिया अभी चालू है, जिसका लाभ राज्य के कृषक उठा सकते हैं. किसान समृद्धि योजनान्तर्गत ग्राम सभा द्वारा पारित 4960 आवेदन प्राप्त हो चुके हैं. गौरतलब है कि किसान समृद्धि योजना के अंतर्गत लगभग 6738 सौर ऊर्जा आधारित पंप सेट का वितरण किया जाना है.
किरण पासी ने बताया कि वित्तीय वर्ष 202-25 में मत्स्य उत्पादन का लक्ष्य 3.5 लाख मैट्रिक टन रखा गया है तथा अभी तक लगभग 1.1 मैट्रिक टन का उत्पादन किया जा चुका है. अगले 60 दिनों में 7500 मत्स्यजीवियों के मध्य मत्स्य बीज, चारा एवं जाल का वितरण सब्सिडी के साथ किया जाएगा. मत्स्य के विपणन के लिए 30 पिक उप वैन का वितरण सब्सिडी (अधिकतम 3.6 लाख रुपये तक) पर किया जायेगा.