Ranchi. हेमंत सोरेन की सरकार ने साढ़े चार साल कुछ नहीं किया और जब अब विधानसभा चुनाव आया, तो मंईयां सम्मान योजना शुरू की. यह सास और बहू में झगड़ा लगाने वाली योजना है. सास की पेंशन बंद कर बहू को एक हजार रुपये दिये जा रहे हैं. जिससे घर में सास और बहू के बीच झगड़ा हो जा रहा है. ये बातें भाजपा के विधानसभा चुनाव सह प्रभारी व असम के सीएम हिमंता विश्वा सरमा ने कहीं. श्री सरमा रविवार को टोटो में बिशुनपुर विधानसभा के भाजपा प्रत्याशी समीर उरांव के पक्ष में चुनावी सभा को संबोधित कर रहे थे.
उन्होंने कहा कि कल्पना सोरेन बोलती हैं कि हेमंत सोरेन से अच्छा कोई नहीं हैं और हेमंत बोलते हैं कि कल्पना सोरेन से अच्छा कोई नहीं. मतलब कल्पना सोरेन हेमंत की बात कहती हैं और हेमंत सोरेन कल्पना की बात बोलते हैं. उन्होंने कहा कि हेमंत सोरेन ने कल्पना सोरेन को नेता बनाकर मेरा अपनी पत्नी से झगड़ा करा दिया है. हमारी पत्नी कहती हैं कि हेमंत सोरेन ने अपनी पत्नी को नेता बना दिया. हमें नेता क्यों नहीं बनाया. तो मैंने कहा कि भाजपा में ऐसा नहीं होता है. भाजपा का काम गरीबों, पिछड़ों और आदिवासियों के लिए काम करना है.
युवाओं को नौकरी नहीं मिली : श्री सरमा ने कहा कि हेमंत सोरेन ने कहा था कि पांच लाख युवाओं को नौकरी देंगे. लेकिन किसी को नौकरी नहीं मिली. भाजपा सरकार आने दीजिये. युवाओं को नौकरी मिलेगी और भ्रष्ट लोगों को जेल भेजेंगे, यह हमारा वादा है. उन्होंने कहा कि झारखंड में सोने का दाम कम और बालू का दाम ज्यादा है. यहां लोगों को घर बनाने के लिए बालू नहीं मिल रहा है. हमारी सरकार बनी , तो बालू दलाल व माफिया को जेल के अंदर भेजा जायेगा.