जिला आपूर्ति विभाग द्वारा करवाई के बदले जांच टीम गठित करना बना चर्चा का विषय ।
सरायकेला-खरसावां : प्रभारी जिला आपूर्ति की गठित जांच टीम चर्चा का विषय बना हुआ है । चौंकिए नहीं यह कटु सत्य है, कार्रवाई करने के बजाय सरायकेला – खरसावां के प्रभारी जिला आपूर्ति पदाधिकारी सरोज तिर्की द्वारा जांच टीम गठित कर दिया गया है, जो इन दिनों चौक चौराहे पर चर्चाओं का विषय बना हुआ। कालाबाजारी करने से संबंधित बड़े पैमाने पर गेहूं जप्त किया गया था। जिसे सरायकेला-खरसावां के उपायुक्त श्री इकबाल आलम अंसारी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए राजनगर, पोटका गेहूं कालाबाजारी मामले को जांच कराया गया । जांच पदाधिकारी अनुमंडल सरायकेला राम कृष्ण कुमार के द्वारा जांच कर जांच रिपोर्ट उपायुक्त, सरायकेला – खरसावां को उन्होंने अपनी जांच रिपोर्ट को सौंप दिया है। डीसी ,सरायकेला के द्वारा जांच रिपोर्ट की समीक्षा के लिए प्रभारी जिला आपूर्ति पदाधिकारी को भेजा गाया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार एसडीओ के जांच रिपोर्ट में राजनगर स्थित गोदाम में 23 क्विंटल गेहूं का ज्यादा भंडारण पाया गया है। अब प्रभारी जिला आपूर्ति पदाधिकारी सरोज तिर्की के प्रस्ताव पर 3 सदस्य जांच टीम गठित किया जा रहा है। जो दोषियों के खिलाफ साक्ष्य जुटाया जाएगा और गोदाम में रखे गए चावल और गेहूं के स्टॉक का वजन कर पता लगाएगा जाएगा कि वहां स्टॉक ज्यादा है अथवा कम। चर्चाओं एवं अधिकारियों में हो रहे बातचीत चर्चाओं के अनुसार लोगों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है जब अनुमंडल पदाधिकारी द्वारा जांच रिपोर्ट सौंप दिया गया तो कार्रवाई होनी चाहिए । लोगों के बीच चर्चाओं का विषय बना हुआ है कि कहीं जांच की आच तो नहीं लग जाएगी ।जिले में लगातार कालाबाजारी होने की समाचार सुर्खियां बनी रहती है । देखना अब यह की जांच में छान कर क्या आती है ? करवाई होती है या यूं ही कालाबाजारी माफिया बच कर निकल जाएंगे !
ए के मिश्र ।