Pakur. पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने कहा कि पाकुड़ में ऐसे-ऐसे लोग मौजूद हैं, जिनके पास बांग्लादेश और झारखंड दोनों जगहों के वोटर कार्ड हैं. ऐसे लोगों को दूध से मक्खी की तरह निकाल फेंकेंगे. घुसपैठियों ने हमारे आदिवासियों के गांव और जमीन पर कब्जा कर रखा है. आनेवाले दिनों में आदिवासियों को उनके गांव-जमीन वापस दिलाये जायेंगे. श्री सोरेन सोमवार को पाकुड़ जिले हिरणपुर प्रखंड के डांगापाड़ा फुटबॉल मैदान में आयोजित ‘मांझी परगना वैसी महासम्मेलन’ को संबोधित कर रहे थे.
श्री सोरेन ने कहा : जब देश अंग्रेजों के अधीन था, तब पाकुड़ के मार्टिलो टावर से अंग्रेज गोलियां बरसा रहे थे. उस वक्त हमारे पूर्वजों ने अंग्रेजों की गोलियां झेलीं. सिदो-कान्हू, चांद-भैरव, फूलो-झानो ने जल, जंगल, जमीन, महिलाओं की इज्जत और परंपरा को बचाने के लिए अंग्रेजों से लोहा लिया था. आज के समय जल, जंगल, जमीन और परंपरा को बचाने के लिए हम सब को सामने आना होगा.