सिंहभूम चैंबर ऑफ कॉमर्स के उपाध्यक्ष( जनसंपर्क एवं कल्याण) मुकेश मित्तल ने पूर्वी सिंहभूम जिले के उपायुक्त को शिकायत पत्र सौंपकर जमशेदपुर अंचल में भ्रष्टाचार का आरोप लगाया हैl
उपायुक्त महोदया को दिए पत्र में मुकेश मित्तल का कहना है कि जमशेदपुर अंचलाधिकारी कार्यालय में आम जनता के सरकारी कार्यों के निपटान की व्यवस्था है, जहाँ जाति प्रमाण, आय प्रमाण पत्र, आवासीय प्रमाण पत्र, जमीन-मकान खरीद-बिक्री की जमाबंदी तथा अन्य सर्टिफिकेट्स भी लोगों के आवश्यकतानुसार आवेदन देने पर बनाये जाते हैं। लेकिन ऐसी शिकायत मिलती रही है कि इन प्रमाण पत्रों के लिये आम जनता कार्यालय में जाते हैं तो उनसे पैसों की माँग की जाती है, जो कतई उचित नहीं है। इससे पता चलता है कि अंचल कार्यालय भ्रष्टाचार का अड्डा है। श्री मित्तल के आरोप में कितनी सत्यता है यह जांच का विषय है l
श्री मित्तल का आरोप है कि एक आम आदमी अगर मुख्यमंत्री गंभीर बीमारी योजना के तहत अपने परिवार के किसी मरीज का ईलाज कराता है तो उसे आय प्रमाण पत्र की आवश्यकता होती है, लेकिन अगर वह आय प्रमाण पत्र बनाने जाता है तो उससे पैसे की माँग की जाती है। यह एक सोचनीय बात है कि एक आम आदमी जो परिवार के सदस्य का निःशुल्क ईलाज कराना चाहता है तो वह इस गैरकानूनी माँग को पूरा करने के लिये पैसे कहाँ से मुहैया करायेगा, इसके लिये किसी महाजन से सूद पर पैसे लेने होंगे और वह कर्ज के जाल में फंसेगा। इसी तरह कई संस्थानों में बच्चों की पढ़ाई आदि के लिये निचली जाति के लोगों को जाति प्रमाण पत्र बनाने की आवश्यकता होती है, इसके लिये भी उससे पैसे की माँग की जाती है। आम आदमी को आवासीय प्रमाण पत्र बनाने के लिये , जमीन-मकान खरीद-बिक्री की जमाबंदी कराने तथा अन्य सर्टिफिकेट्स बनाने के लिये भी पैसे देने पड़ते हैं। अंचलाधिकारी कार्यालय में अपने कार्य को पूर्ण कराने के लिये यह एक परंपरा सी बन गई है। इससे लोगों में सरकारी कार्यालयों के प्रति नाराजगी और गलत धारणा बनती है।
अंचल कार्यालय में व्याप्त ऐसी गैरकानूनी परंपरा को समाप्त करने की आवश्यकता है जिससे आमजन में अंचल कार्यालय के प्रति अच्छी और साकारात्मक सोच उत्पन्न हो।
श्री मित्तल ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर उपरोक्त आरोप लगाए हैं एवं आरोप की प्रतिलिपि माननीय मुख्य न्यायधीश, झारखण्ड उच्च न्यायालय, रांची, हेमन्त सोरेन, माननीय मुख्यमंत्री, झारखण्ड सरकार, बन्ना गुप्ता, मंत्री, स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा, परिवार कल्याण एवं आपदा प्रंबंधन विभाग, झारखण्ड सरकार, विद्युतवरण महतो, सांसद, जमशेदपुर,सरयू राय, विधायक, पूर्वी विधानसभा को भी भेजा गया हैl
श्री मित्तल के द्वारा लगाए गए आरोप पर अंचलाधिकारी से उनका पक्ष जानने हेतु संपर्क करने का प्रयास किया गया पर संपर्क नहीं हो पाया l