Ranchi. मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपी निलंबित चीफ इंजीनियर वीरेंद्र राम के सहयोगी मुकेश मित्तल की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं. रांची PMLA (प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट) की स्पेशल कोर्ट ने मुकेश मित्तल के खिलाफ नन बेलेबल (गैर जमानती) वारंट जारी किया है. कोर्ट से वारंट जारी होने के बाद अब मुकेश मित्तल के ऊपर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है.
वीरेंद्र राम पर टेंडर घोटाला के जरिये अवैध कमाई करने और उसे अलग-अलग जगह निवेश कर मनी लॉन्ड्रिंग करने का आरोप है. वहीं मुकेश मित्तल पर तारा चंद के जरिए वीरेंद्र राम के कालेधन को विभिन्न खातों से सफेद बनाकर वीरेंद्र राम के परिवार के सदस्यों के खाते में जमा करवाने का आरोप है. इसके लिए वह चार्टर्ड अकाउंटेंट मुकेश मित्तल के कर्मचारियों और रिश्तेदारों के बैंक खातों का इस्तेमाल करता था.
वीरेंद्र राम के तीन सहयोगियों को ईडी ने 24 जून को गिरफ्तार किया था. इनमें तारा चंद, नीरज मित्तल और राम प्रकाश भाटिया शामिल हैं.