New Delhi. ‘मृगया’, ‘सुरक्षा’ और ‘डिस्को डांसर’ और ‘डांस डांस’ जैसी फिल्मों के मशहूर अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती को सिनेमा के क्षेत्र में सरकार के सर्वोच्च सम्मान ‘दादा साहेब फाल्के’ पुरस्कार के लिए सोमवार को नामित किया गया. दादा साहेब फाल्के पुरस्कार की घोषणा से कुछ महीने पहले ही चक्रवर्ती को भारत सरकार के तीसरे सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘पद्म भूषण’ से सम्मानित किया गया था. केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर इस पुरस्कार के लिए अभिनेता के नाम की घोषणा की. मंत्री ने लिखा, ‘मिथुन दा की शानदार सिनेमाई यात्रा पीढ़ियों को प्रेरित करती है। यह घोषणा करते हुए गौरव महसूस हो रहा है कि ‘दादा साहेब फाल्के’ चयन समिति ने मशहूर अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती को भारतीय सिनेमा में उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए यह पुरस्कार देने का फैसला किया है.
वैष्णव ने कहा कि चक्रवर्ती को यह पुरस्कार आठ अक्टूबर, 2024 को 70वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार समारोह में दिया जाएगा. तीन सदस्यीय निर्णायक मंडल ने चक्रवर्ती को इस प्रतिष्ठित सम्मान के लिए चुना. निर्णायक मंडल में पूर्व दादा साहेब पुरस्कार विजेता आशा पारेख, अभिनेता-राजनेता खुशबू सुंदर और फिल्म निर्माता विपुल अमृतलाल शाह शामिल थे.
चक्रवर्ती (74) के बेटे नमाशी चक्रवर्ती ने कहा कि दादा साहेब फाल्के पुरस्कार की घोषणा से उनके पिता बहुत खुश हैं. नमाशी ने बताया, ‘‘हम सभी बहुत गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं. वह कोलकाता में हैं. मैंने अभी अभी उनसे बात की. वह अपनी मेहनत से इस मुकाम तक पहुंचे हैं. वह एक महान नागरिक हैं. इसमें लंबा वक्त लगा, यह काफी पहले हो जाना चाहिए था लेकिन मुझे बहुत गर्व है कि उन्हें आखिरकार इस पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा. चक्रवर्ती का वास्तविक नाम गौरांग चक्रवर्ती है। वह भारतीय फिल्म एवं टेलीविजन संस्थान, पुणे (एफटीआईआई) के छात्र रह चुके हैं. उन्होंने हिंदी और बांग्ला सिनेमा में प्रमुखता से काम किया है.
मृणाल सेन की 1976 में आई फिल्म ‘मृगया’ से चक्रवर्ती ने फिल्मों में अभिनय की शुरुआत की थी जिसके लिए उन्होंने सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार भी जीता था. उन्होंने 1992 की फिल्म ‘तहादेर कथा’ (सर्वश्रेष्ठ अभिनेता) और 1998 की फिल्म ‘स्वामी विवेकानंद’ (सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता) के लिए भी दो और राष्ट्रीय पुरस्कार जीते.
चक्रवर्ती 1982 की सुपरहिट फिल्म ‘डिस्को डांसर’ में अपनी विशिष्ट नृत्य शैली से मशहूर हुए. उन्हें ‘आई एम ए डिस्को डांसर’ और ‘याद आ रहा है’ जैसे ‘चार्टबस्टर’ गीतों के माध्यम से भारत में डिस्को नृत्य के युग की शुरुआत करने का श्रेय दिया जाता है.
इसके बाद उन्होंने ‘मुझे इंसाफ चाहिए’, ‘हम से है जमाना’, ‘पसंद अपनी अपनी’, ‘घर एक मंदिर’, ‘कसम पैदा करने वाले की’ और ‘कमांडो’ जैसी कई हिट फिल्में दीं. वर्ष 1990 में अमिताभ बच्चन के साथ फिल्म ‘अग्निपथ’ में भी उनके अभिनय को काफी सराहा गया. पूर्व राज्यसभा सदस्य चक्रवर्ती 2021 के पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो गए थे.
चक्रवर्ती ने 2009 से 2018 तक लोकप्रिय डांस रियलिटी सीरीज ‘डांस इंडिया डांस’ में मुख्य जज या ‘ग्रैंडमास्टर’ के रूप में भी काम किया. वर्ष 2023 में वहीदा रहमान को दादा साहेब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया गया था.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुशी जताई, उन्हें सांस्कृतिक आदर्श बतााय
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दिग्गज अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती को सोमवार को दादा साहेब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किए जाने की घोषणा पर खुशी व्यक्त करते हुए उन्हें एक सांस्कृतिक आदर्श बताया.
मोदी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘प्रसन्नता है कि मिथुन चक्रवर्ती को भारतीय सिनेमा में उनके अद्वितीय योगदान के लिए प्रतिष्ठित दादा साहेब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किए जाने की घोषणा की गई है. वह एक सांस्कृतिक आदर्श हैं और उनकी बहुमुखी प्रतिभा के लिए उन्हें पीढ़ियों से सराहा जाता है। उन्हें बधाई और शुभकामनाएं.’’