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डीसी,डीएसओ पर भारी  प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी ? 

डीसी डीएसओ पर भारी  प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी?
गम्हरिया प्रखंड में धड़ल्ले से हो रही है गरीबों की अनाज की कालाबाजारी, 15 दिन के अंदर दो मामला  उजागर,  किसी पर नहीं हुई कोई करवाई।
सरायकेला खरसावां जिले के गम्हरिया प्रखंड के आपूर्ति विभाग में भ्रष्टाचार और कालाबाजारी चरम है। गम्हरिया प्रखंड के आदित्यपुर के जन वितरण प्रणाली के दुकानदार श्याम लाल अग्रवाल के द्वारा गया साव को खुलेआम कालाबाजारी के लिए बेचा गया चावल का मामला उजागर हुआ है। जिसमें जन वितरण प्रणाली के दुकानदार श्याम लाल अग्रवाल को साइकिल पकड़ते हुए और कालाबाजारी माफिया गया साव को साइकिल पर लोड करते हुए फोटो समाचार पत्रों में प्रकाशित किया गया है ।परंतु अभी तक करवाई के नाम पर ढाक के तीन पात ही साबित हो रहा है। जन वितरण प्रणाली के दुकानदार श्याम लाल अग्रवाल और कालाबाजारी माफिया गया साव के मामले की अभी जांच चल ही रही थी कि, गम्हरिया के राधा रानी जन वितरण प्रणाली से दिनांक 23 जनवरी 2021 को सुबह लगभग 8:00 बजे गाड़ि नंबर jh05v8840 पर चावल के बोरे लादे जा रहे थे। गाड़ियों में 50 केजी का और ऊपर में 25 केजी का रखा  पाया गया हुआ है। दोनों ही मामले में आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। जब कि उपरोक्त मामले को गंभीरता से लेते हुए सरायकेला खरसावां की उपायुक्त श्री इकबाल अंसारी ने डीएसओ गीतांजलि कुमारी को कार्रवाई करने का आदेश दिया   था और डीएसओ द्वारा प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी  सिपाही राय को करवाई करने का आदेश दिया। लेकिन गम्हरिया प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी द्वारा अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई। जांच के नाम पर मात्र खानापूर्ति करने की बात आम लोगों में चौक चौराहे पर चर्चा का विषय बना हुआ है । लोगों में  तरह-तरह की चर्चाएं कर रहे। चौक चौराहे पर चर्चाओं के अनुसार कहा जा रहा है कि एमो का मात्र 2 साल ही अब सर्विस बचा हुआ है और तीन जगह कुकुरू ,गम्हरिया, निमडीहप्रखंड के प्रभार में हैं। इस कारण कार्रवाई कम मैं नेज ज्यादा करना चाहते हैं ।जिसके कारण जांच भी धीमी रफ्तार से कर रहे हैं । लोगों को ऐसा लगने लगा है कि कहीं ना कहीं गम्हरिया एम ओ कलाबाजारी माफियाओं और डीलरों के प्रभाव में आ गए हैं । जिसके कारण ही अभी तक किसी पर कोई करवाई नहीं किया गया और उपायुक्त डीएसओ के आदेश के बावजूद भी जांच काफी धीमी रफ्तार से की जा रही है। ऐसा लगता है जांच कहीं ढाक के तीन पात ही बनकर न रह जाए। इस पूरे मामले पर जब लहर चक्र संवाददाता ने खाद्य आपूर्ति विभाग के सचिव से संपर्क किया मगर संपर्क नहीं हो पाया । देखना अब यह है कि उपायुक्त और डीएसओ के आदेश पर करवाई होती है या यूं ही आदेश आदेश बनकर रह जाएगा।
एके मिश्र

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