Chandigarh.दुष्कर्म और हत्या जैसे संगीन जुर्म में सजायाफ्ता डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम को पैरोल पर जेल से रिहा कर दिया गया है. राम रहीम को बीस दिन की पैरोल दी गयी है. जेल से रिहा होने के बाद राम रहीम अब यूपी के बरनावा आश्रम में रहेंगे. उन्हें पुलिस की कड़ी सुरक्षा के बीच सुनारियां जेल से बाहर लाया गया. सुबह छह बजे से ही जेल के बाहर हलचल बढ़ गयी थी और प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत कर दिया था.
देर रात रिहाई का आदेश जारी
बता.दें कि कांग्रेस के विरोध के बाद भी देर रात हरियाणा सरकार ने राम रहीम की रिहाई का आदेश जारी किया. राम रहीम को शर्तों के साथ पैरोल दी गयी है. उन्हें निर्देश दिया गया है कि वह पैरोल अवधि के दौरान हरियाणा में नहीं रहेंगे और न ही सोशल मीडिया पर सक्रिय रहेंगे. अगर इन शर्तों का उल्लंघन होता है, तो उनकी पैरोल तुरंत रद्द कर दी जायेगी. प्रशासन ने बताया कि जेल मैनुअल के अनुसार, राम रहीम को नियमों के तहत पैरोल दी गयी है, जो इस वर्ष की बची हुई पैरोल में से 20 दिन की है. पैरोल पर राम रहीम की रिहाई को लेकर चर्चा यह भी है कि विधानसभा चुनावों में लाभ के लिए उन्हें रिहा किया गया है. बता दें कि हरियाणा की 90 सदस्यीय विधानसभा सीटों पर पांच अक्टूबर को चुनाव होंगे और नतीजों की घोषणा 8 अक्टूबर को होगी.
राम रहीम की पैरोल का विरोध
बता दें कि राम रहीम की पैरोल को लेकर 1 अक्टूबर को कांग्रेस ने कड़ी आपत्ति जताते हुए चुनाव आयोग का दरवाजा खटखटाया था. कांग्रेस ने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर इस बात की आशंका जाहिर की थी कि गुरमीत राम रहीम हरियाणा के चुनावी दंगल में मतदाताओं को प्रभावित कर सकता है. कांग्रेस ने चुनाव आयोग से मांग की थी कि राम रहीम की पैरोल तुरंत रद्द की जाये. कांग्रेस ने अपने पत्र में कहा है कि गुरमीत राम रहीम को ऐसे वक्त में पैरोल मिली है, जब हरियाणा विधानसभा चुनाव में कुछ ही दिन शेष रह गये हैं. इन सबके बीच देर रात हरियाणा सरकार ने राम रहीम की रिहाई के आदेश जारी कर दिये.
चार साल में 11 बार मिली है पेरोल
बता दें कि राम रहीम को अदालत ने 2017 में अपनी दो शिष्याओं के साथ बलात्कार मामले में दोषी ठहराते हुए 20 साल कारावास की सजा सुनायी थी. इसके अलावा साल 2019 में कोर्ट ने राम रहीम और तीन अन्य लोगों को 16 साल से अधिक समय पहले एक पत्रकार की हत्या के लिए भी दोषी ठहराया था. तब से राम रहीम रोहतक के सुनारिया जेल में बंद हैं. गुरमीत को चार साल में