Ranchi. प्रवर्तन निदेशालय (इडी) ने मंगलवार को बांग्लादेशी घुसपैठ से जुड़े मामले में झारखंड और पश्चिम बंगाल के कुल 17 ठिकानों पर छापा मारा. इस दौरान फर्जी आधार कार्ड, फर्जी पासपोर्ट, प्रतिबंधित हथियार, आठ लाख रुपये नकद और जेवरात जब्त किये गये हैं. साथ ही देर रात रोनी मंडल, संदीप चौधरी और पिंटू हलधर को पश्चिम बंगाल से गिरफ्तार किया गया। बताया जा रहा है कि वे बिचौलिए हैं. उन्होंने कहा कि कुछ और लोगों को गिरफ्तार किया जा सकता है.
सैक्स रैकेट चलाने के उद्देश्य से बांग्लादेशी युवतियों को रांची लाने के आरोप में बरियातू थाने में एक प्राथमिकी दर्ज की गयी थी. सितंबर 2024 में इडी ने इसी प्राथमिकी को इसीआइआर के रूप में दर्ज किया था. मामले की शुरुआती जांच के बाद इडी ने 12 नवंबर की सुबह रांची, पाकुड़ और पश्चिम बंगाल के कोलकाता व 24 परगना जिले में संबंधित लोगों के ठिकानों पर छापा मारा. इडी ने रांची के बाली रिजॉर्ट, होटल स्काई लाइन और इससे संबंधित लोगों के कुल छह ठिकानों पर छापा मारा. इनमें लालू खटाल रोड स्थित माला एनक्लेव लेन निवासी शैलेंद्र कुमार(पिता-राजेंद्र प्रसाद) का घर भी शामिल है.
शैलेंद्र ‘देविसा होटल्स एंड हॉस्पिटैलिटी नामक कंपनी चलाता है. यह कंपनी होटलों में कमरे उपलब्ध कराने सहित अन्य काम करती है. इडी को पता चला है कि शैलेंद्र का संबंध बांग्लादेश से अवैध तरीके से लोगों के देश में प्रवेश करानेवाले गिरोह से है. गिरोह से जुड़े अल्ताफ खान के पाकुड़ स्थित घर पर भी इडी की टीम ने छापेमारी की है. इडी ने प बंगाल के होटल स्नो फॉक्स में छापा मारा. बांग्लादेशी नागरिकों को 24 परगना के रास्ते कोलकाता लाने के बाद इसी होटल में ठहराया जाता था.
इस मामले में होटल प्रबंधन की भूमिका की जांच की जा रही है. इडी ने 24 परगना में विदेशी नागरिकों को अवैध तरीके से देश में प्रवेश करानेवाले गिरोह के लोगों के गांव ‘बनगांव’ में छापा मारा. इस दौरान फर्जी आधार कार्ड, फर्जी पासपोर्ट, जेवर, नौ एमएम की प्रतिबंधित पिस्तौल, नौ एमएम की गोलियां, आठ लाख रुपये नकद और जेवर के अलावा गिरोह से संबंधित लोगों के डिजिटल डिवाइस भी जब्त किये गये हैं.