Giridih. माओवादी जोनल कमेटी के मेंबर और 10 लाख के इनामी नक्सली 70 वर्षीय रामदयाल महतो उर्फ बच्चन दा ने रविवार देर रात गिरिडीह पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया. वह मूल रूप से गिरिडीह जिले के पीरटांड़ थाना क्षेत्र के पीपराडीह का रहनेवाला है. बताया जाता है कि रामदयाल कुछ दिनों से बीमार चल रहा था और मधुबन के तराई वाले इलाके में छिपकर अपना इलाज करा रहा था. उसके पुत्र बैजनाथ महतो ने उसे समर्पण के लिए प्रेरित किया. बेटे ने ही गिरिडीह के एसपी दीपक कुमार शर्मा का संदेश उसके पास पहुंचाया, जिसके बाद वह आत्मसमर्पण के लिए तैयार हो गया.
रामदयाल महतो कई बड़े इनामी नक्सलियों के साथ काम कर चुका है. इनमें मिसिर बेसरा, प्रयाग मांझी, अनल दा उर्फ पतिराम मांझी, अजय महतो उर्फ टाइगर, कृष्णा हांसदा आदि शामिल हैं. वह लंबे अर्से से पारसनाथ से लेकर टुंडी तक सक्रिय रहा है. उसका दस्ता पीरटांड़, निमियाघाट, मधुबन, डुमरी, टुंडी समेत अन्य इलाकों में कई बड़ी नक्सली घटनाओं को अंजाम दे चुका है. उसके खिलाफ विभिन्न थानों में 75 से ज्यादा मामले दर्ज हैं. कुछ माह पूर्व 25 लाख के इनामी नक्सली कृष्णा हांसदा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था. उसके बाद मिसिर बेसरा व अजय महतो के निर्देश पर रामदयाल महतो ही पारसनाथ इलाके में संगठन का काम देख रहा था. उसके समर्पण की जानकारी विभिन्न सुरक्षा एजेंसियों को दी गयी. रामदयाल को फिलहाल मधुबन में ही रखा गया है और एनआइए, सीआरपीएफ, विशेष शाखा समेत सहित अन्य एजेंसियां उससे पूछताछ कर रही हैं.