Ranchi. लोकसभा चुनाव में पिछड़ने के बाद हरियाणा के चुनावी परिणाम से भाजपा को संजीवनी मिल गयी है. भाजपा ने हरियाणा में अप्रत्याशित जीत दर्ज कर तमाम एक्जिट पोल और पूर्वानुमान को खारिज कर दिया.कांग्रेस के सारे समीकरण और रणनीति ध्वस्त हो गये.
90 सीटों वाली हरियाणा विधानसभा में भाजपा को अपने दम पर 48 सीटों का स्पष्ट बहुमत मिला है. कांग्रेस ने 37 सीटों पर जीत दर्ज की. हरियाणा के रास्ते अब झारखंड-महाराष्ट्र में चुनाव की बयार पहुंचने वाली है. दो महीने के अंदर इन दोनों राज्यों में विधानसभा का चुनाव होना है.
हरियाणा के चुनाव परिणाम से उत्साहित भाजपा अब अपना दमखम झारखंड में दिखाने में जुटेगी. झारखंड में केंद्रीय मंत्री व चुनाव प्रभारी शिवराज सिंह चौहान और असम के मुख्यमंत्री व चुनाव सह प्रभारी हिमंता विश्वा सरमा के कंधे पर जिम्मेवारी है.
हरियाणा चुनाव के बाद दोनों नेता रेस होंगे. टीम भाजपा भी चार्ज होगी. बाबूलाल मरांडी, अमर कुमार बाउरी सहित झारखंड में केंद्रीय मंत्री और सांसदों ने अपनी ताकत झोंकी है.
झारखंड में इंडिया गठबंधन के सामने चुनौतियां बढ़ेंगी
भाजपा की एक बड़ी टीम चुनावी जंग में लगी है. हर विधानसभा क्षेत्र में भाजपा ने कैंपेन को तेज किया है. झारखंड में भाजपा बांग्लादेशी घुसपैठ के मुद्दे पर आक्रामक है. आदिवासियों की घटती आबादी को मुद्दा बनाया है. संताल परगना में ऐसे नैरेटिव के साथ भाजपा आदिवासी वोट को साधने और सरकार को घेरने में जुटी है.