New Delhi.विदेश मंत्री एस जयशंकर शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) की बैठक में हिस्सा लेने के लिए पाकिस्तान जायेंगे. यह बैठक 15-16 अक्तूबर को होगी. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने शुक्रवार को इसकी जानकारी दी. विदेश मंत्रालय की प्रेस कॉन्फ्रेंस में जायसवाल से जब पूछा गया कि क्या जयशंकर की यात्रा भारत-पाकिस्तान के रिश्तों को सुधारने की कोशिश है. इस पर उन्होंने जवाब दिया कि भारत एससीओ चार्टर को लेकर प्रतिबद्ध है. विदेश मंत्री की यात्रा का यही कारण है. इसका कोई और मतलब नहीं निकाला जाना चाहिए.
पाकिस्तान ने 29 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एससीओ मीटिंग के लिए न्योता दिया था. यह पिछले नौ साल में पहली बार होगा, जब भारत का कोई मंत्री पाकिस्तान जायेगा. पाकिस्तान इस बार एससीओ शिखर सम्मेलन की मेजबानी कर रहा है. इस्लामाबाद में होने वाले इस सम्मेलन से पहले मंत्रिस्तरीय बैठक और वरिष्ठ अधिकारियों की कई दौर की बैठकें होंगी, जो एससीओ सदस्य देशों के बीच वित्तीय, आर्थिक, सामाजिक-सांस्कृतिक और मानवीय सहयोग पर केंद्रित होंगी.
एससीओ में भारत, चीन, रूस, पाकिस्तान, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, ताजिकिस्तान और उज्बेकिस्तान शामिल हैं. भारत ने पिछले साल वर्चुअल मोड में आयोजित एससीओ शिखर सम्मेलन की मेजबानी की थी और इसमें पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने ऑनलाइन हिस्सा लिया था.