Jamshedpur. असम के मुख्यमंत्री सह झारखंड भाजपा के सह प्रभारी हिमंता विस्वा सरमा शुक्रवार को जमशेदपुर पहुंचे. उन्होंने जमशेदपुर के भाजपा कार्यकर्ताओं से कहा कि प्रत्येक विधानसभा से छह-आठ लोग खुद को उम्मीदवार के रूप में पेश कर रहे हैं. यह काम प्रदेश नेतृत्व का है, वह जिसे चाहेगा, उसे टिकट देगा. प्रत्याशी के समर्थक बनने से खुद को विवादों से फंसने से कार्यकर्ताओं को बचना चाहिए. जमशेदपुर पूर्वी एवं पश्चिमी की सीटें परंपरागत व काफी अहम है. यहां से यदि हम चुनाव जीतते हैं, तो झारखंड की सत्ता में रहेंगे. ऐसे में इस विधानसभा चुनाव में दोनों सीटों के साथ चारों विधानसभा में भाजपा की दमदार जीत के लिए कमर कसकर तैयारी करें. इस बार यदि भाजपा सत्ता में आने से चूकी, तो याद रखना हमें फिर दोबारा वापसी करने में बड़ी मुश्किल हो जायेगी.
राज्य में घुसपैठियों की आबादी बढ़ कर 60-70 प्रतिशत हो गयी
झारखंड की डेमोग्राफी तेजी से बदल रही है. पहले राज्य में घुसपैठियों की आबादी 20 प्रतिशत थी, अब बढ़ कर 60-70 प्रतिशत हो गयी है. पाकुड़ के गांव से आदिवासी-मूलवासियों को निकल जाने के लिए कहा जा रहा है. यह राजनीति का नहीं, बल्कि गंभीर चिंतन का विषय है. इस मामले में यदि नियमानुसार जल्दी कार्रवाई नहीं की गयी, तो 20 साल के बाद झारखंड का मुख्यमंत्री कोई स्थानीय नहीं, बल्कि एक घुसपैठिया होगा और उसका आदेश यहां के लोगों को मानना होगा. झारखंड में भाजपा जीतती है, तो मुख्यमंत्री कौन होगा, इस सवाल पर उन्होंने सीधे जवाब नहीं दिया. फिर उनसे पूछा गया कि क्या बाबूलाल मरांडी या अर्जुन मुंडा, तो उन्होंने कहा कि भाजपा का चेहरा यहां की जनता होगी. ये बातें श्री सरमा ने शुक्रवार को बिष्टुपुर स्थित परिसदन में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहीं. वे यहां तुलसी भवन में जमशेदपुर महानगर संगठनात्मक बैठक में पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं को जीत का मंत्र देने पहुंचे थे. इस दौरान उनके साथ भाजपा के वरीय नेता सह पूर्व केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा भी मौजूद थे.