Prayagraj. मौनी अमावस्या के पवित्र अवसर पर करोड़ों श्रद्धालु प्रयागराज पहुंच रहे हैं जिनकी सुरक्षा और सुविधा सुनिश्चित करने के लिए मेला प्रशासन ने परामर्श जारी किया है. वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (कुंभ) राजेश द्विवेदी ने बताया कि श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की अफवाहों से बचने और सतर्क रहने के लिए कहा गया है. उन्होंने बताया कि इसके अलावा आपात स्थिति में मेला पुलिस, यातायात पुलिस और विशेष डॉक्टरों की टीम श्रद्धालुओं की देखरेख के लिए 24 घंटे तैनात की गई है.
द्विवेदी ने बताया कि 29 जनवरी को पड़ रही मौनी अमावस्या को लेकर पुलिस और प्रशासन श्रद्धालुओं की मदद के लिए 24 घंटे उपलब्ध हैं. उन्होंने बताया कि श्रद्धालु संगम घाट पहुंचने के लिए अलग-अलग लेन से ही जाएं और गंगा स्नान के लिए जाते समय अपनी लेन में बने रहें. अधिकारी ने कहा कि श्रद्धालु स्नान और दर्शन करने के बाद सीधे पार्किंग की ओर जाएं और यदि वे मंदिरों में दर्शन के लिए जा रहे हैं तो अपनी लेन में बने रहें और वहां से अपने गंतव्य स्थान के लिए प्रस्थान करें. उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य संबंधी समस्या होने पर श्रद्धालु नजदीकी सेक्टर में बने अस्पताल में जांच कराएं. द्विवेदी ने कहा कि स्नान के लिए जाते समय बैरिकेडिंग और पांटून पुलों पर धैर्य बनाए रखें और जल्दबाजी व धक्का मुक्की करने से बचें. उन्होंने कहा, “श्रद्धालुओं से आग्रह है कि सभी घाट संगम घाट हैं और वे जिस घाट पर पहुंच जाएं वहीं स्नान करें. श्रद्धालु कहीं एक साथ एक स्थान पर ना रुकें और किसी भी स्थिति में आने और जाने वाले श्रद्धालु आमने-सामने ना आएं. साथ ही मेले में अफवाहों से बचें और सोशल मीडिया पर फैलाए गए किसी भी भ्रम को सच ना मानें.
1000 से अधिक मेडिकल कर्मियों की तैनाती
उत्तर प्रदेश सरकार ने मौनी अमावस्या के मौके पर बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के जुटने के मद्देनजर यहां 1000 से अधिक मेडिकल कर्मियों को तैनात किया है. एक आधिकारिक बयान में यह जानकारी दी गई है. बयान के अनुसार, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर मेले के हर सेक्टर में आधुनिक चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं. इसमें कहा गया है, महाकुम्भनगर में 300 विशेषज्ञ डॉक्टर सुपर स्पेशल हॉस्पिटल में तैनात किए गए हैं. ये डॉक्टर किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं. अब तक 2 लाख से अधिक मरीज यहां के केंद्रीय समेत अन्य अस्पतालों में ओपीडी सेवाओं का लाभ उठा चुके हैं. साथ ही ढाई लाख से अधिक पैथोलॉजी टेस्ट अब तक किए जा चुके हैं. बयान में कहा गया है कि आधुनिक चिकित्सा सुविधाओं के साथ सरकार ने मेले को सुरक्षित और स्वस्थ बनाने के लिए हर संभव कदम उठाए हैं.