New Delhi. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को कहा कि 21वीं सदी में भारत में बहुत कुछ ऐसा हो रहा है जो ‘विकसित भारत’ की नींव को मजबूत कर रहा है. उन्होंने अपने मासिक ‘मन की बात’ रेडियो कार्यक्रम 113वीं कड़ी में कहा कि उनकी ओर से स्वतंत्रता दिवस पर बिना किसी राजनीतिक पृष्ठभूमि वाले एक लाख युवाओं के राजनीति में शामिल होने के आह्वान पर व्यापक प्रतिक्रिया मिली है। उन्होंने युवाओं से विकसित भारत तथा मजबूत लोकतंत्र के लिए सार्वजनिक जीवन में आने का आग्रह किया.
प्रधानमंत्री ने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम के दौरान भी समाज के हर क्षेत्र से ऐसे अनेक लोग सामने आए थे जिनकी कोई राजनीतिक पृष्ठभूमि नहीं थी. मोदी ने कहा, ‘इन लोगों ने खुद को भारत की आजादी के लिए झोंक दिया था. आज हमें विकसित भारत का लक्ष्य पाने के लिए एक बार फिर उसी भावना की जरूरत है.’ उन्होंने कहा कि बड़ी संख्या में युवा राजनीति में आने को तैयार बैठे हैं और बस उन्हें सही मौके तथा सही मार्गदर्शन की तलाश है.
मोदी ने कहा कि उनके इस आह्वान पर युवाओं ने उन्हें पत्र लिखे हैं और सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा है कि परिवारवाद की राजनीति नयी प्रतिभा को दबा देती है।
कार्यक्रम के दौरान, मोदी ने विभिन्न अंतरिक्ष स्टार्ट-अप का नेतृत्व करने वाले कई युवा उद्यमियों से बात की और युवा उद्यमियों ने अपने काम पर प्रकाश डाला. उन्होंने देश में बढ़ते जीवंत अंतरिक्ष पारिस्थितिकी तंत्र की सराहना की. प्रधानमंत्री ने कहा कि देश के युवाओं को अंतरिक्ष क्षेत्र में विभिन्न सुधारों से काफी फायदा मिला है. उन्होंने कहा कि भारत ने चंद्रमा पर अपने अंतरिक्ष यान की सफल लैंडिंग की पहली वर्षगांठ के अवसर पर 23 अगस्त को पहला राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस मनाया. मोदी ने पर्यावरण में सुधार लाने में विभिन्न संगठनों और लोगों के काम पर प्रकाश डालते हुए इस क्षेत्र में सामूहिक प्रयास पर जोर दिया.