Jamshedpur. टाटा स्टील डाउन स्ट्रीम प्रोडक्ट लिमिटेड (टीएसडीपीएल) और टाटा स्टील वायर डिवीजन (पुराना नाम आइएसडब्ल्यूपी) में अर्ली सेपरेशन स्कीम (इएसएस) 31 जनवरी को समाप्त हो जायेगी. वहीं कर्मचारियों में इएसएस को लेकर दबाव साफ दिख रहा है. कहीं इएसएस की अवधि नहीं बढ़ जाये या उनका तबादला कहीं बाहर नहीं हो जाये. सबसे ज्यादा टीएसडीपीएल में इएसएस को माहौल गर्म है.
कर्मचारियों का कहना है कि कंपनी के करीब 40 से अधिक कर्मचारियों को इएसएस लेने के लिए कहा गया, जिसमें चार महिलाएं भी बतायी जा रही हैं. अब कर्मचारियों का भय सता रहा है कि अधिकारियों का आदेश नहीं मानने पर उनका ट्रांसफर कर दिया जायेगा. इस चेतावनी से कर्मचारी पूरी तरह से टेंशन में आ गये हैं, जिसका नतीजा है कि कुछ को अस्पताल भी जाना पड़ा. परिस्थितियां ऐसी है कि यूनियन खुलकर कर्मचारियों के बचाव में सामने नहीं आ रही है.
कर्मचारियों का कहना है कि स्कीम के विषय में सबको बुलाकर समझा दिया जाता, वहां तक ठीक है, पर एक एक करके बुलाने और नहीं जाने पर ट्रांसफर की धमकी देना उचित नहीं है. इस पर यूनियन को विरोध करना चाहिए. कैंटीन हो या कार्य स्थल, सभी जगह सबकी जुबान पर यहीं चर्चा है कि किसको-किसको काउंसलिंग के लिए बुलाया गया, तो कौन किसकी पैरवी कर रहा है.