Chakradharpur.नक्सलियों की ओर से बुलाये गये झारखंड-बिहार बंद का खासा असर पश्चिम सिंहभूम में दिखा. ग्रामीण इलाकों के बाजार बंद रहे. हालांकि शहरों में असर नहीं दिखा. लंबी दूरी की बसों का परिचालन ठप रहा. चाईबासा व आसपास के क्षेत्र में मिलाजुला असर रहा. लंबी दूरी की बसों का परिचालन दिनभर ठप रहा. आसपास के क्षेत्रों में यात्री बसों का परिचालन सामान्य रहा. स्कूल, कॉलेज, पेट्रोल पंप, बाजार, दुकान के साथ निजी और प्राइवेट प्रतिष्ठान खुले रहे. चाईबासा से रांची जाने वाली यात्री बसें नहीं चलीं. मनोहरपुर बाजार की दुकानें और प्रतिष्ठान के ताले तक नहीं खुले. नक्सलियों ने पोस्टरबाजी भी की. सोमवार की मध्य रात्रि को नक्सलियों ने बंद को सफल बनाने के लिए मनोहरपुर में जगह-जगह बैनर व पोस्टर लगाए गए. नक्सलियों ने यहां मीनाबाजार चौक में बैनर व पोस्टर लगाया. माओवादियों द्वारा आहूत बंद का असर आनंदपुर प्रखंड क्षेत्र में असरदार रहा. मंगलवार सुबह से दुकान, प्रतिष्ठान बंद रहे तथा गाड़ियों का आवगमन बंद रहा. बंद के कारण बैंक ऑफ इंडिया व झारखंड ग्रामीण बैंक भी बंद रहा. बंद का असर साप्ताहिक हाट पर भी देखा गया. मनोहरपुर से ओडिसा जाने वाली मुख्य सड़क के रबंगदा गांव के समीप नक्सलियों ने यातायात बाधित करने की उद्देश्य से सड़क पर पेड़ काट कर गिरा दिया. सरकारी, गैर सरकारी कार्यालयों समेत बैंक आदि बंद रहे. आम दिनों की अपेक्षा सड़क पर दो पहिया और चार पहिया वाहन कम चले. मनोहरपुर से विभिन्न स्थानों पर जानेवाली बसों के पहिये नहीं हिले. जिससे यात्रियों को परेशानी हुई. हालांकि रेल परिचालन में बंद का कोई असर नहीं देखा गया, सभी ट्रेनें अपने शेड्यूल के तहत चलीं. ट्रेन से उतरने वाले यात्रियों को अन्य गंतव्य तक जाने के लिए किसी प्रकार की गाड़ी नहीं मिलने का कारण उन्हें परेशानी उठानी पड़ी. बंदगांव प्रखंड में बंद का व्यापक असर देखने को मिला. सभी दुकान, होटल समेत ऑफिस ,कार्यालय बंद थे.बंद के कारण गाड़ियों का परिचालन पूरी तरह से बाधित रहा. जिसके कारण यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा.बंद के कारण नकटी में लगने वला साप्ताहिक हाट भी प्रभावित हुआ.
West Singhbhum Naxal Shutdown: नक्सली बंद का पश्चिमी सिंहभूम में दिखा असर, चाईबासा-रांची रूट पर नहीं चलीं बसें, बंद रहे ग्रामीण बाजार
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