नीट-यूजी परीक्षा को लेकर एनटीए की कार्यप्रणाली पर उठ रहे सवालों के बीच केंद्र सरकार ने परीक्षा प्रणाली में पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए उच्च-स्तरीय समिति का गठन किया है.
इसरो के पूर्व चेयरमैन एवं आइआइटी कानपुर के बोर्ड ऑफ गवर्नर के प्रमुख डॉक्टर के राधाकृष्णन समिति के प्रमुख बनाये गये हैं. जबकि एम्स दिल्ली के पूर्व निदेशक डॉक्टर रणदीप गुलेरिया, केंद्रीय विश्वविद्यालय हैदराबाद के कुलपति प्रोफेसर बीजे राव, आइआइटी मद्रास के डिपार्टमेंट ऑफ सिविल इंजीनियरिंग के प्रोफेसर के राममूर्ति, कर्मयोगी भारत के सह संस्थापक पंकज बंसल, आइआइटी दिल्ली के छात्र मामलों के डीन प्रोफेसर आदित्य मित्तल, शिक्षा मंत्रालय के संयुक्त सचिव गोविंद जायसवाल को सदस्य बनाया गया है.
यह समिति नेशनल टेस्टिंग एजेंसी की जवाबदेही तय करने, परीक्षा प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने और जीरो एरर परीक्षा सुनिश्चित करने के लिए सरकार को सुझाव देगी.