पश्चिम सिंहभूम. झारखंड के कोल्हान प्रमंडल के जगरनाथपुर में साेमवार काे भारतीय जनता पार्टी की परिवर्तन सभा में ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने कहा कि ओडिशा और झारखंड दो अलग राज्य होते हुए भी एक जान के जैसे हैं. अखंड राज्य में कभी ये दोनों राज्य एक हुआ करते थे. इस दौरान उन्होंने झारखंड में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार पर भी जमकर निशाना साधा.
माझी ने कहा कि पिछले साढ़े चार वर्षों से झारखंड में कठपुतली की सरकार चल रही है. आशा है कि मां दुर्गा आने वाले चुनाव में इनका नाश अवश्य करेंगी. उन्होंने किसानों की स्थिति पर चिंता जताते हुए कहा कि यहां खेतिहरों किसानों की न्यूनतम मासिक आय मात्र 4,400 रुपये है, यह देश में सबसे कम है. इसके लिए राज्य की हेमंत सरकार जिम्मेदार है. इसलिए झारखंड में भाजपा की सरकार बनाना जरूरी है.
माझी ने झारखंड में उड़िया भाषा को लेकर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि राज्य में उड़िया भाषी लोग दोयम दर्जे की हालत में हैं. इनको ऊपर उठाने का दायित्व हेमंत सरकार की है लेकिन झारखंड में उड़िया भाषा उपेक्षित है. उन्होंने कहा कि हेमंत सरकार यहां शिक्षकों की बहाली न कर उड़िया भाषा को विलुप्त करने का प्रयास कर रही है. उड़िया भाषा को विलुप्त करने का हेमंत सरकार एक षडयंत्र रच रही है.
माझी ने कहा कि झारखंड में भी डबल इंजन की सरकार बनानी है. भाजपा की डबल इंजन सरकार जो कहती है वह करती है. कुछ महीने पहले ही ओडिशा में भाजपा की सरकार बनी, वहां भाजपा ने जो वादे किए उसे पूरा कर रही है. यह हमारे ओडिशा में देखने को मिल रहा है. उन्होंने कहा कि झारखंड में भाजपा की सरकार बनने पर राज्य की 136 स्कूलों में उड़िया शिक्षकों का निवेदन को स्वीकार करते हुए उनका मानदेय वृद्धि करते हुए 3 से 6 हजार किया जाएगा, शिक्षकों का बकाया पैसा भी दिया जाएगा. यहां के उड़िया छात्र-छात्राओं को निःशुल्क पुस्तक भी दिया जाएगा, स्कूल भवन भी बनाये जाएंगे. साथ ही कहा कि आदिवासी मूलवासी सभी को एक साथ मिलकर भाजपा की सरकार लानी होगी. उन्होंने कहा कि झारखंड में भाजपा की सरकार बनेगी तो महिलाओं के खाते में आयो गोगो दीदी योजना के तहत 2100 रुपये दिए जाएंगे.