Jharkhand:झारखंड के कई मामलों में ईडी की धमक देखने को मिल चुकी है, सूबे के कई अधिकारी, राजनेता और सत्ता के करीब पैठ जमाए सलाहकार प्रवृत्ति के लोग ईडी से नहीं बच पाए हैंl
राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि इस बार ईडी के निशाने पर सत्ता के गलियारों में अपनी अच्छी पैठ रखने वाले पर नजर है, इन्हीं नामों में से एक नाम चंचल गोस्वामी का है!
श्री गोस्वामी का मूल नाम धर्मेंद्र गोस्वामी है,चंचल गोस्वामी चंपई सोरेन के विधानसभा क्षेत्र सरायकेला से आते हैं और उनके काफी करीबी बताए जाते हैं l
मुख्यमंत्री चंपई सोरेन के अलग-अलग कार्यक्रमों में मंच साझा करने से लेकर कई महत्वपूर्ण बैठक में चंचल शामिल रहते थे,कहने को तो श्री गोस्वामी मीडिया सलाहकार हैं पर झारखंड की चंपई सरकार में उनका कद इस पद से बड़ा माना जाता हैl
झारखंड में कोई भी बड़ा सरकारी काम हो अगर उस पर श्री गोस्वामी की सहमति न हो तो काम हो पाएगा या नहीं, यह सुनिश्चित नहीं हो पता है l
सूत्रों के अनुसार झारखंड के अधिकारी भी चंचल गोस्वामी के जरिए ही मुख्यमंत्री चंपई सोरेन तक पहुंच पाते थे,वैसे मे चंचल गोस्वामी के कद को समझना आसान है और यही वजह है कि झारखंड के जनता यह कयास लगा रहे हैं की चंचल गोस्वामी उर्फ धर्मेंद्र गोस्वामी ईडी के रडार पर हैं!
चंचल गोस्वामी पर लगता रहा अवैध कमाई का आरोप
ईडी के लिए जांच का विषय है कि क्या चंचल गोस्वामी अधिकारियों को मनचाहा पोस्टिंग दिलाने के लिए येन- केन-प्रकेरण जुगाड़ लगाते थेl
चर्चा है कि इसी कारण चंचल गोस्वामी के आगे-पीछे अधिकारी मनचाहा पोस्टिंग पाने के लिए देखे जाते थेl
श्री गोस्वामी का जमशेदपुर एवं सरायकेला-खरसावां जिला के एक पदाधिकारी मददगार थे,जिनके सहयोग एवं विश्वास पर सेटिंग गेटिंग होने की चर्चा थी, जो ईडी के लिए जांच का विषय है l
सवालों को घेरे में है ट्राइबल मुख्यमंत्री के कार्यकाल में सरायकेला-खरसावां के ट्राइबल पुलिस अधीक्षक मनीष टोप्पो का स्थानांतरण
वैसे तो किसी अधिकारी का ट्रांसफर पोस्टिंग मुख्यमंत्री के विशेष अधिकार में आता है पर मुख्यमंत्री के त्यागपत्र के चंद घंटे पहले किसी एक आईपीएस अधिकारी मात्र का ट्रांसफर जिलेवासियों के लिए चर्चा का विषय बना हुआ है, लोगों का कहना है कि ट्राइबल मुख्यमंत्री के कार्यकाल में एक तेज तर्रार ट्राइबल आईपीएस अधिकारी का ट्रांसफर होना आश्चर्य की बात है! लोगों की माने तो इसमें भी चंचल गोस्वामी की भूमिका अहम रही हैl
जंगल में फैली आग की भांति चर्चा है कि चंचल गोस्वामी ने मुख्यमंत्री चंपई सोरेन के कार्यकाल में करोड़ों की चल- अचल संपत्तियां अर्जित की हैl
भविष्य में ईडी की जांच चंचल गोस्वामी तक पहुंची तो चंचल गोस्वामी की स्थिति भी पिंटू श्रीवास्तव जैसी हो सकती हैl
Kumar Manish,9852225588