गुवा. गुवा खदान में संयुक्त यूनियन, सेलकर्मी व ठेका मजदूरों का अनिश्चितकालिन स्लो डाउन आंदोलन पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा के नेतृत्व में गुरुवार को लगातार आठवें दिन भी जारी रहा. दोपहर में मधु कोड़ा पहले से तय कार्यक्रम अनुसार गुवा स्थित अपने आवास पहुंचे. मधु कोड़ा ने आंदोलनकारियों एवं सारंडा के बेरोजगारों को संबोधित करते हुए कहा कि आपकी एकजुटता की वजह से सेल व गुवा प्रबंधन काफी परेशान है. इस आंदोलन का मकसद हमें सेल को नुकसान पहुंचाना या व्यावधान डालना नहीं है, बल्कि हमारा मुख्य उद्देश्य खदान से प्रभावित गांव व शहरों के शिक्षित बेरोजगारों को न्याय व उनको हक दिलाना है.
ये है चार सूत्री मांग
4 जुलाई की पहली पाली से चार सूत्री मांग जिसमें, बाहर से नियुक्त कर गुवा भेजे गये एस-3 ग्रेड के 18 सेलकर्मियों को तत्काल वापस भेजना, ठेका मजदूरों को समान कार्य का समान वेतन व सुविधाएं, सेवानिवृत्त सेलकर्मियों के आश्रितों को खदान में नौकरी एवं गुवा खदान में 500 पदों पर खदान से प्रभावित सारंडा के गांवों व गुवा के निवासी बेरोजगारों को शत प्रतिशत नौकरी देना शामिल है .
तीन दौर का वार्ता हुआ विफल
गुवा के सीजीएम कमल भास्कर के साथ तीन दौर की बैठक बेनतीजा निकला.आंदोलन की वजह से गुवा प्रबंधन को अब तक 4-5 करोड़ रुपये का नुकसान उठाना पडा़ है. आंदोलन के दौरान मजदूरों ने मशाल जुलूस, सेल अधिकारी का पुतला दहन, जनरल आफिस का घेराव आदि चरणबद्ध आंदोलन करते रहे हैं.