New Delhi. पैरालिंपिक पदक विजेताओं की वस्तुएं और अयोध्या के राम मंदिर की प्रतिकृति समेत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को मिले 600 से अधिक तोहफों और स्मृति चिह्नों की ई-नीलामी मंगलवार से शुरू हो गयी. ऑनलाइन नीलामी के छठे संस्करण की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जन्मदिन के अवसर पर हुई, जो मंगलवार को 74 वर्ष के हो गए.
ई-नीलामी का पहला संस्करण जनवरी 2019 में आयोजित किया गया था. संस्कृति मंत्रालय के अनुसार नीलामी का एक हिस्सा भारत के वीर योद्धाओं और स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि अर्पित करता है तथा देश के इतिहास के गौरवशाली अध्यायों का जश्न मनाता है. संस्कृति मंत्रालय ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘प्रधानमंत्री स्मृति चिन्ह वापस आ गए हैं! माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी को भेंट किए गए उपहारों और स्मृति चिन्हों को पाने का यह आपका मौका है.
सत्रह सितंबर से दो अक्टूबर तक ई-नीलामी में शामिल हों और अद्वितीय कलाकृतियों, शिल्प और मूर्तियों पर अपनी बोलियां लगाएं.’’
संस्कृति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने सोमवार को यहां नेशनल गैलरी ऑफ मॉडर्न आर्ट में, प्रधानमंत्री को मिले स्मृति चिह्न का प्रदर्शन करने वाली प्रदर्शनी का अवलोकन किया. बाद में उन्होंने एक संवाददाता सम्मेलन में बताया कि इन उपहारों की नीलामी के लिए आधार मूल्य एक सरकारी समिति तय करती है और कीमतें न्यूनतम 600 रुपये से लेकर अधिकतम 8.26 लाख रुपये तक होती हैं.
जानें किस गिफ्ट की कितनी कीमत
इस बार प्रधानमंत्री मोदी को पिछले एक साल में तोहफे में मिली करीब 600 वस्तुएं नीलाम की जाएंगी. जिन वस्तुओं का आधार मूल्य सबसे ज्यादा रखा गया है, उनमें पैरालिंपिक कांस्य पदक विजेता नित्या श्री सिवन और सुकांत कदम के बैडमिंटन रैकेट के अलावा रजत पदक विजेता योगेश खातुनिया का ‘डिस्कस’ शामिल है. इनका आधार मूल्य 5.50 लाख रुपये के आसपास तय किया गया है.
पैरालंपिक कांस्य पदक विजेता अजीत सिंह और सिमरन शर्मा तथा रजत पदक विजेता निशाद कुमार द्वारा भेंट किए गए जूतों के अलावा रजत पदक विजेता शरद कुमार की हस्ताक्षरित टोपी का आधार मूल्य 2.86 लाख रुपये के आसपास रखा गया है.
राम मंदिर की एक प्रतिकृति जिसकी कीमत 5.50 लाख रुपये है, मोर की एक मूर्ति जिसकी कीमत 3.30 लाख रुपये है, राम दरबार की एक मूर्ति जिसकी कीमत 2.76 लाख रुपये है और चांदी की वीणा जिसकी कीमत 1.65 लाख रुपये है, उच्च आधार मूल्य वाली अन्य वस्तुओं में शामिल हैं. सबसे कम आधार मूल्य वाले उपहार में सूती अंगवस्त्रम, टोपी और शॉल शामिल हैं, जिनकी कीमत 600 रुपये रखी गई है.