Jamshedpur. टाटानगर रेलवे स्टेशन की वेटिंग लॉन्ज में उस समय हंगामा हो गया, जब मृतक शंकर यादव के परिजन मुआवजे की मांग को लेकर पहुंचे. आरपीएफ प्रभारी राकेश मोहन अपने दल-बल के साथ मौके पर पहुंचे और परिजनों से लॉन्ज खाली करने को कहा. इस दौरान परिजनों और आरपीएफ के बीच तीखी नोकझोंक हुई, जिससे तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गयी. भाजपा युवा मोर्चा (भाजयुमो) के जिलाध्यक्ष नीतीश कुमार कुशवाहा ने इस मामले में हस्तक्षेप किया और ठेका कंपनी से मुआवजे को लेकर बातचीत की. उन्होंने कहा कि शंकर यादव की मृत्यु दुखद है और मानवता के नाते कंपनी को मदद करनी चाहिए.
ठेका कंपनी और रेलवे आरपीएफ के बीच तालमेल की कमी के वजह से परिजनों को उचित मुआवजा नहीं मिल पा रहा था. नीतीश कुमार ने ठेका कंपनी के प्रतिनिधियों से बात की, जिसके बाद सहमति बनी कि मृतक के परिजनों को दो लाख रुपये नकद दिये जायेंगे और मृतक के भाई राहुल यादव को नौकरी दी जायेगी. परिजनों ने सुबह से शाम तक लॉज में डटे रहे और इस दौरान उनकी सुरक्षा के लिए आरपीएफ बल की तैनाती की गयी थी. भाजपा युवा मोर्चा के महानगर जिलाध्यक्ष नीतीश कुशवाहा ने भी मौके पर पहुंचकर परिजनों की मांगों का समर्थन दिया.
इस दौरान कई बार आपसी नोंक-झोंक हो गयी. इसे लेकर हंगामा हो गया. इस मामले में परिजनों के समर्थन में भाजपा नेता चिंटू सिंह, विकास यादव, सागर राय, राज कमल यादव, हिमांशु, प्रताप यादव और रोशन कुमार भी उपस्थित थे. अंततः नौ घंटे के बाद सहमति बन गयी, जिसके बाद परिजनों को दो लाख रुपये की आर्थिक सहायता और नौकरी का आश्वासन मिला. इसके बाद शव को उठाने पर सहमति बनी. काफी हंगामा होता रहा. ठेका कंपनी के मैनेजमेंट के अधिकारी मुआवजा देने को राजी नहीं थे, लेकिन बाद में दो लाख रुपये और नौकरी के आश्वासन पर मामला शांत हो पाया.