Varanasi . प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ‘परिवारवादी राजनीति’ को देश के सामने खड़ा ‘बहुत बड़ा खतरा’ करार देते हुए रविवार को कांग्रेस और समाजवादी पार्टी (सपा) पर परिवारवाद और तुष्टीकरण की राजनीति करने का आरोप लगाया और कहा कि ऐसे दलों के लिये वाराणसी का विकास न तो पहले प्राथमिकता में था और ना ही भविष्य में कभी होगा. मोदी ने यह भी कहा कि परिवारवादी लोग कभी युवाओं को मौका देने में विश्वास नहीं करते, इसलिए वह देश के एक लाख ऐसे नौजवानों को राजनीति में लाएंगे जिनके परिवार का राजनीति से कोई लेना-देना नहीं है.
प्रधानमंत्री ने अपने संसदीय निर्वाचन क्षेत्र वाराणसी के सिगरा स्थित स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में एक कार्यक्रम में राष्ट्र को समर्पित 6700 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का लोकार्पण करने के बाद अपने सम्बोधन में विपक्षी दलों कांग्रेस और सपा पर निशाना साधा. उन्होंने कहा, ”दशकों बाद बनारस के विकास के लिए इतना काम एक साथ हो रहा है, वरना काशी को तो जैसे उसके हाल पर छोड़ दिया गया था. आप 10 साल पहले की स्थिति याद करिए. बनारस को विकास के लिए तरसाया जाता था. प्रधानमंत्री ने पूछा कि जिन लोगों ने उत्तर प्रदेश में लंबे समय तक सरकारें चलायीं, जो लोग दिल्ली में दशकों तक सरकार में बैठे रहे, उन्होंने कभी बनारस की परवाह क्यों नहीं की?
उन्होंने दावा किया, “इसका जवाब है परिवारवाद और तुष्टिकरण की राजनीति. कांग्रेस हो या समाजवादी पार्टी ऐसे दलों के लिए बनारस का विकास ना पहले प्राथमिकता में था ना भविष्य में कभी होगा. मोदी ने कहा कि आज भारत के सामने परिवारवादी राजनीति का बहुत बड़ा खतरा है और यह परिवारवादी सबसे ज्यादा नुकसान देश के युवाओं का करते हैं. प्रधानमंत्री ने कहा, ये कभी युवाओं को मौका देने में विश्वास नहीं करते हैं. इसलिए मैंने लाल किले से आह्वान किया है कि मैं देश के एक लाख ऐसे नौजवानों को राजनीति में लाऊंगा जिनके परिवार का राजनीति से कोई लेना-देना नहीं है. उन्होंने कहा, ‘यह भारत की राजनीति बदलने वाला अभियान है. यह भ्रष्टाचार और परिवारवादी मानसिकता को मिटाने का अभियान है. मैं काशी और उत्तर प्रदेश के नौजवानों से भी कहूंगा कि आप खुले मन से नई राजनीति की धुरी बनें. काशी का सांसद होने के नाते मैं यहां के नौजवानों को ज्यादा से ज्यादा आगे लाने के लिए प्रतिबद्ध हूं.