Jamshedpur. अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के सचिव सह प्रवक्ता आलोक शर्मा ने मंगलवार को झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास पर अपने 25 वर्ष के कार्यकाल के दौरान कोई काम न करने का आरोप लगाया और आगामी चुनाव में परिवार के सदस्य को मैदान में उतारने के लिए उनकी आलोचना की. दास की पुत्रवधू पूर्णिमा दास साहू जमशेदपुर पूर्व विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रही हैं. रघुवर दास फिलहाल ओडिशा के राज्यपाल हैं. शर्मा ने यहां संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा कि विधायक, मंत्री और मुख्यमंत्री के रूप में विफल रहने के बाद दास और उनके परिवार को जमशेदपुर के लोगों का समर्थन मांगने का कोई अधिकार नहीं है.
उन्होंने कहा कि झारखंड में दिल्ली या दक्षिणी राज्यों की तरह विकसित होने की पर्याप्त क्षमता है. कांग्रेस नेता ने दास पर आरोप लगाया कि उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान केवल अपने परिवार के हितों की पूर्ति की और काफी संपत्ति अर्जित की जबकि जमशेदपुर के लिए कुछ नहीं किया. उन्होंने कहा कि चार दशक पहले दूसरे राज्यों से लोग रोजगार के लिए जमशेदपुर आते थे लेकिन अब युवा रोजगार की तलाश में पलायन कर रहे हैं. शर्मा ने शहर की बदहाली के लिए दास परिवार को जिम्मेदार ठहराया.
कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि इंकैब, टाटा एग्रिको, टायो जैसे बड़े उद्योग बंद हो गए जबकि टाटा हिताची ने जमशेदपुर से अपना मुख्यालय स्थानांतरित कर लिया लेकिन वह (दास) सत्ता में रहते हुए भी मूकदर्शक बने रहे. कांग्रेस नेता ने कुछ महीने पहले दास के बेटे और राजभवन के कर्मचारियों से जुड़ी एक घटना का परोक्ष रूप से जिक्र करते हुए इस बात पर जोर दिया कि जमशेदपुर और झारखंड के लोग दास के परिवार के कुकृत्यों से वाकिफ हैं, जिसकी जानकारी ओडिशा राजभवन में भी दी गई है.
शर्मा ने दास परिवार पर गिरोह की तरह काम करने, धन इकट्ठा करने और अन्य राज्यों में अपना प्रभाव बढ़ाने का आरोप लगाया. शर्मा ने दावा किया कि आगामी चुनाव में ‘पारिवारिक गिरोह’ और कांग्रेस उम्मीदवार डॉ. अजय कुमार के बीच सीधा मुकाबला है. उन्होंने कहा कि कुमार का आईपीएस (भारतीय पुलिस सेवा) अधिकारी और सांसद के रूप में शानदार रिकॉर्ड रहा है.