New Delhi. भारतीय विमानन क्षेत्र में एक बड़ा एकीकरण पूरा करते हुए एयर इंडिया ने मंगलवार को कहा कि पूर्ण सेवा एयरलाइन कंपनी विस्तारा का उसके साथ विलय पूरा हो गया है. विलय के बाद अस्तित्व में आयी यह इकाई प्रतिदिन 1,20,000 से अधिक यात्रियों को सेवाएं देगी और 90 से अधिक गंतव्यों को जोड़ते हुए सप्ताह में 5,600 से अधिक उड़ानों का परिचालन करेगी. विलय के साथ विस्तारित एयर इंडिया में सिंगापुर एयरलाइंस की हिस्सेदारी 25.1 प्रतिशत हो जायेगी.
इस विलय के बाद एक पूर्ण-सेवा एयरलाइन अस्तित्व में आयी. इससे पहले एक अक्तूबर, 2024 को समूह की किफायती एयरलाइन- एयर इंडिया एक्सप्रेस और एआइएक्स कनेक्ट (पूर्व में एयर एशिया इंडिया) का विलय हुआ था. विलय के बाद, एयर इंडिया समूह में 300 विमानों का संयुक्त बेड़ा हो गया है, जो 55 घरेलू और 48 अंतरराष्ट्रीय गंतव्यों को जोड़ता है. इसमें 312 मार्ग और प्रति सप्ताह 8,300 उड़ानें शामिल हैं. सामूहिक कर्मचारियों की संख्या 30,000 से अधिक है.
एयर इंडिया के प्रबंध निदेशक (एमडी) और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) कैम्पबेल विल्सन ने कहा कि यह विलय एयर इंडिया समूह की निजीकरण के बाद की बदलाव यात्रा के एकीकरण और पुनर्गठन के चरण को पूरा करता है. उन्होंने कहा, पिछले दो वर्षों में चारों एयरलाइन कंपनियों की टीम ने साथ और अन्य हितधारकों के साथ मिलकर काम किया है. टाटा समूह ने जनवरी, 2022 में घाटे में चल रही एयर इंडिया का सरकार से अधिग्रहण किया था.