बिहार में डबल इंजन की सरकार होने के कारण सुशासन बाबू के नाम से जाने जाने वाले नीतीश कुमार अब तक बिहार के मुख्यमंत्री पद की शोभा बढ़ा रहे हैं,अन्यथा बिहार में पुलों के टूटने का सिलसिला जारी रहने पर पड़ोसी राज्य झारखंड की तर्ज पर उन पर एवं उनके सहयोगियों पर करवाई हो सकती थी !
सूत्रों का कहना है कि संभवत: विभाग में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार एवं कमीशनखोरी का नतीजा है कि बीते दिनों बिहार के कई हिस्सों में बने लगभग 10 पुल टूट चुके हैंl
लोगों का कहना है कि नीतीश एवं उनके सहयोगी सिर्फ डबल इंजन के सरकार के कारण अब तक बचे हुए हैं, अन्यथा पड़ोसी राज्य झारखंड में डबल इंजन की सरकार न होने के कारण सूबे के मुख्यमंत्री, मंत्री समेत कई आईएएस स्तर के पदाधिकारी भ्रष्टाचार एवं कमीशन खोरी के मामले में जेल जा चुके हैं l
कयास लगाया जा रहा है कि बिहार में कमीशन एवम भ्रष्टाचार का साम्राज्य कायम होने का ही दुष्परिणाम है कि 24 घंटे में तीन पुल टूटने की सूचना प्राप्त हुई हैl
बिहार में लगातार पुल गिरने के संबंध में सुप्रीम कोर्ट में जनित याचिका भी दायर किया गया हैl
बिहार की जनता पुलों की गुणवत्ता एवं सुरक्षा को लेकर चिंतित है, पर केंद्र में नीतीश कुमार की पकड़ एवं प्रधानमंत्री की सरकार बनाए रखने की मजबूरी का दंश बिहार की जनता को आगे भी झेलना पड़ सकता हैl
अधिकारी बताते हैं कि पुल पानी के तेज बहाव को नहीं झेल पा रहा है इसलिए ध्वस्त हो रहा हैl अधिकारियों का तर्क है कि इस तेज बहाव में ब्रिटिश काल में बने पुल भी टूटे हैंl
निर्माणाधीन तीन पुलों के गिरने पर केंद्र से लेकर बिहार सरकार तक की चुप्पी एवं लाचारी एनडीए के लिए घातक हैl
बिहार में लगातार पुल गिरने की घटनाएं सामने आने पर सरकार ने जांच के आदेश दिए हैं, आनन-फानन में प्रारंभिक कार्रवाई भी की गई है और सत्ता पक्ष और विपक्ष में इस मुद्दे को लेकर आरोप प्रत्यारोप का भी दौड़ शुरू हो चुका हैl सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों ही सरकार का हिस्सा एक साथ रह चुके हैं l
लोगों का कहना है कि बिहार के कई पुल तो औपचारिक उद्घाटन के पूर्व ही भ्रष्टाचार के बोझ से टूट गए हैं और कई निर्माणाधीन पुल सेल्फ लोड लेने लायक नहीं थे,जो गिर गए l
निर्माण के क्रम में पुल का गिरना या किसी स्पेन अथवा फ्लैंक का टूटना,खराब गुणवत्ता वाली निर्माण सामग्री का प्रयोग की ओर इशारा करता हैl
अब देखना है कि भारत सरकार एवं देश में कायम जांच एजेंसी जनहित विरोधी उपरोक्त मामले में क्या कार्रवाई करती है?
Kumar Manish,9852225588