Jharkhand:झारखंड मुक्ति मोर्चा के वरिष्ठ राजनेता सह पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन के भाजपा में जाने के चर्चा के बाद झारखंड मुक्ति मोर्चा सरायकेला विधानसभा क्षेत्र से नए विकल्प तलाश रही है.
सूत्रों की माने तो झारखंड मुक्ति मोर्चा के वरिष्ठ नेता चंपई सोरेन के भाजपा में जाने के बाद भाजपा के वरीय नेता रमेश हांसदा को अपने पक्ष में करने का प्रयास कर सकती है.
हालांकि सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री एवं झारखंड मुक्ति मोर्चा के वरीय नेता चंपई सोरेन अब तक भाजपा में जाने के मुद्दे पर मौन है.
ज्ञात हो कि भाजपा नेता रमेश हांसदा आगामी झारखंड विधानसभा चुनाव में सरायकेला विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के प्रबल दावेदार के रूप में देखे जा रहे हैं.
रमेश हांसदा वर्षों से सरायकेला विधानसभा क्षेत्र की जन समस्या पर मुखर होकर आंदोलन एवं सुधार का प्रयास करते देखे जाते रहे हैं. रमेश हांसदा को बीते विधानसभा चुनाव परिणाम के बाद से ही सरायकेला विधानसभा क्षेत्र के विभिन्न कार्यक्रम में जोर-शोर से भाग लेते देखा जाता रहा है.
श्री हांसदा पूर्व में झारखंड मुक्ति मोर्चा की सक्रिय राजनीति से जुड़े थे एवं चंपई सोरेन के वजह से ही झारखंड मुक्ति मोर्चा छोड़ भाजपा में शामिल हुए थे.
झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन परिवार के काफी करीबी रहे रमेश हांसदा की पहचान झारखंड के आदिवासी नेताओं के बीच एक मृदुभाषी एवं लोकप्रिय नेता के रूप में है.
हालांकि इस संदर्भ में रमेश हांसदा से बात करने का प्रयास किया गया पर उनसे संपर्क नहीं हो पाया है.
झारखंड मुक्ति मोर्चा के बड़े नेता कयास लग रहे हैं कि पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन झारखंड मुक्ति मोर्चा से जुड़े रहेंगे. ऐसे में सरायकेला विधानसभा क्षेत्र से डैमेज कंट्रोल करने की कोई बात ही नहीं है.
देखना है कि कोल्हान टाइगर के नाम से चर्चित चंपई सोरेन आगामी विधानसभा चुनाव किस सिंबल पर लड़ते हैं.
Kumar Manish,9852225588