Ranchi.झारखंड हाइकोर्ट ने गुरुवार की सुबह लगभग 9:15 बजे से हाइकोर्ट में अचानक विद्युतापूर्ति ठप हो गयी, हाइकोर्ट ने इसे गंभीरता से लिया. जस्टिस सुजीत नारायण प्रसाद व जस्टिस अरुण कुमार राय की खंडपीठ ने नाराजगी जताते हुए तत्काल मुख्य सचिव व ऊर्जा विभाग के अपर मुख्य सचिव को सशरीर हाजिर होने का निर्देश दिया. खंडपीठ के निर्देश के बाद आनन-फानन में मुख्य सचिव एल खियांग्ते व ऊर्जा विभाग के अपर मुख्य सचिव अविनाश कुमार सशरीर उपस्थित हुए. उनके उपस्थित होने पर खंडपीठ ने मौखिक रूप से कहा कि हाइकोर्ट में ऐसी व्यवस्था बनायी जाये कि जैसे ही तकनीकी खराबी हो, तुरंत बिजली बहाल हो जाये.
इसे हर हाल में सुनिश्चित किया जाये. खंडपीठ की भावना को देखते हुए मुख्य सचिव ने आश्वस्त किया कि इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति नहीं हो सके, इसलिए हाइकोर्ट में बिजली के लिए वैकल्पिक व्यवस्था की जायेगी. मामले की सुनवाई के दाैरान एक बार फिर अचानक बिजली कट गयी. हालांकि दो मिनट में बिजली आ गयी. मालूम हो कि गुरुवार की सुबह लगभग 9:15 बजे से 11:00 बजे तक झारखंड हाइकोर्ट में बिजली की आपूर्ति पूरी तरह से ठप रही है. यह स्थिति तकनीकी गड़बड़ी के कारण उत्पन्न हुई थी. कोर्ट का निर्धारित समय सुबह 10:30 अधिवक्ता अदालत की सुनवाई में भाग लेने के लिए अदालत कक्ष में पहुंचे थे, लेकिन बिजली नहीं होने के कारण परेशानी होने लगी. इसके बाद अधिवक्ता कक्ष से बाहर निकल गये. हालांकि कई अधिवक्ता अदालत कक्ष में कार्यवाही में भाग लेते दिखे. अदालत में कृत्रिम लाइट में जज निर्धारित समय से बैठे तथा मामले की कार्यवाही शुरू की. बाद में लगभग 11:00 हाइकोर्ट में विद्युतापूर्ति बहाल हो गयी थी.