Jamshedpur. टाटा स्टील ने देश के पहले ‘कोक ओवेन बैटरी #7’ को बंद कर दिया. यह भारत की पहली स्टैम्प-चार्ज कोक ओवन बैटरी थी. अपने जीवनकाल में बैटरी ने 12 मिलियन टन (1.2 करोड़ टन) से अधिक कोक का उत्पादन किया. सोमवार की सुबह 9 बजे बंद करने की प्रक्रिया शुरू की गयी. इसके तहत गैस रिलीज किया गया. यह सामान्य प्रक्रिया 28 जनवरी की सुबह 9 बजे या उसके बाद तक जारी रहेगी. इसको लेकर लोगों को किसी तरह का पैनिक नहीं होने की अपील की गयी है.
सोमवार को कोक प्लांट के बैटरी 7 के बंद करने की प्रक्रिया के बाद 291 कर्मचारियों पर भी सरप्लस पुल या छंटनी का दबाव है. इसके तहत 175 कर्मचारी सरप्लस हो रहे थे, जिनका काम कंपनी नहीं ले पाती. ऐसे लोगों को बचाने के लिए टाटा वर्कर्स यूनियन की ओर से काफी प्रयास किया गया.
175 में 34 को राहत, पर 141 पर लटकी तलवार
सोमवार को एक बार फिर से वार्ता हुई. मीटिंग में प्रबंधन की ओर से एचआर चीफ मुकेश अग्रवाल, हेड दिनेश अग्रवाल समेत पूरी टीम मौजूद थी. वहीं, यूनियन की ओर से अध्यक्ष संजीव चौधरी टुन्नु, महामंत्री सतीश सिंह समेत तमाम कमेटी मेंबर मौजूद थे. यहां काफी जद्दोजहद के बाद 175 में से 34 लोगों को राहत दी गयी और 141 कर्मचारियों को सर्विस पुल में भेजने पर रजामंदी हुई. लेकिन यूनियन इसकी संख्या को और घटाने की मांग की.
अब तक के तय बातों के मुताबिक, ऑपरेशन में कुल 84 कर्मचारी सरप्लस पहले से थे, उसमें कोई बदलाव नहीं किया जायेगा. लेकिन मैकेनिकल मेंटेनेंस में 26 कर्मचारी ही काम करते, लेकिन यहां तय किया गया कि इसमें 41 कर्मचारी को रखा जा सकता है. इसमें करीब 15 कर्मचारी सरप्लस होने से बच गये.