Jamshedpur. उलीडीह के जवाहरनगर स्थित कब्रिस्तान के पास शुक्रवार देर रात फायरिंग की घटना झूठी निकली. यह खुलासा सिटी एसपी ऋषभ गर्ग ने रविवार को किया. दरअसल, शिकायतकर्ता की भूमिका को संदिग्ध मानते हुए पुलिस ने उसपर दवाब बनाया. इसके बाद उसने सच्चाई उगल दी. साथ ही फायरिंग करने वाले का नाम भी पुलिस को बता दिया. पुलिस ने उसकी निशानदेही पर अलीम को एक देशी पिस्तौल व दो जिंदा कारतूस के साथ गिरफ्तार कर लिया. फिलहाल दोनों आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है.
सिटी एसपी ऋषभ गर्ग ने बताया कि शदाब ने कई लोगों से लाखों रुपये ले रखे थे, जिसे वह वापस नहीं लौटा पा रहा था. इसी से बचने के लिए शदाब ने अपने साथी अलीम के साथ मिलकर अपनी कार में फायरिंग की और पुलिस को गुमराह करने के लिए झूठी कहानी रच डाली. एसपी ने बताया कि शदाब जमीन का कारोबार करता था. उसने कई लोगों को जमीन दिलाने के लिए 70 लाख रुपये ले रखे थे. यह रुपये वह शहादत खान को दे दिए थे. शहादत खान भी जमीन का कारोबार करता है. वह शदाब को जमीन उपलब्ध नहीं करा पा रहा था. जिससे शदाब पर काफी दबाव पड़ने लगा.
उसने अपने साथी अलीम के साथ मिलकर वारिस नामक युवक से पांच हजार रुपये पर कपाली से किराए पर हथियार लिया. उसके बाद प्लान बनाकर सबसे पहले अपनी कार में फायरिंग करवाई और पुलिस को इसकी सूचना दी. देर रात उसने पुलिस को फोन कर फायरिंग की घटना की जानकारी दी. जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू की. तलाशी के क्रम में पुलिस ने मौके से एक खोखा भी बरामद किया. पुलिस ने जब आस-पास सीसीटीवी की जांच की तो उसमें पुलिस को घटना से संबंधित साक्ष्य नहीं मिले.