जमशेदपुर पूर्वी विधानसभा क्षेत्र से झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री सह उड़ीसा के राज्यपाल रघुवर दास की बहुरानी पूर्णिमा दास को बीजेपी ने टिकट देकर चुनावी मैदान में उतारा है.
जमशेदपुर पूर्वी विधानसभा सीट, झारखंड विधानसभा चुनाव का सर्वाधिक हॉट सीटों में से एक सीट है. इस हाई प्रोफाइल सीट पर झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास की बहूरानी पूर्णिमा दास और कांग्रेस प्रत्याशी अजय कुमार के बीच सीधा मुकाबला होने की संभावना हैं.
बीते विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी को परास्त करने वाले निर्दलीय विधायक सरयू राय भी भाजपा प्रत्याशी पूर्णिमा दास की जीत सुनिश्चित करने हेतु प्रयासरत है. इस विधानसभा चुनाव में सरयू राय भारतीय जनता पार्टी की प्रत्याशी पूर्णिमा दास की जीत सुनिश्चित करने के लिए अपने समर्थको का समर्थन देते देखे जा रहे हैं.ज्ञात हो कि जमशेदपुर पूर्व के विधायक सरयू राय इस विधानसभा चुनाव में जद (यू) के प्रत्याशी के रूप में बीजेपी के सहयोग से जमशेदपुर पश्चिम से चुनाव लड़ रहे हैं.
चुनाव एवं छठ पूजा के इस महापर्व के दौरान लोगों के मन में विधानसभा चुनाव को लेकर काफी उत्साह दिखाई दे रहा है. कार्यकर्ताओं का मानना है कि बीते विधानसभा चुनाव में मिली शिकस्त को इस विधानसभा चुनाव में बड़े मार्जिन से जीत कर इतिहास रचा जाएगा.
जमशेदपुर पूर्वी विधानसभा क्षेत्र से भाजपा ने महिला प्रत्याशी उतारकर, महिलाओं को अपने पक्ष में करने का काम किया है. वहीं दूसरी ओर कांग्रेस प्रत्याशी डॉक्टर अजय कुमार के द्वारा भाजपा की महिला प्रत्याशी पूर्णिमा दास को असहाय एवं पुरुष पर आश्रित बताने वाला बयान देकर महिलाओंं को भाजपा के नजदीक लाने वाला काम किया है.
ज्ञात हो कि कांग्रेस प्रत्याशी डॉक्टर अजय कुमार ने प्रेस कांफ्रेंस के दौरान कहा था की पूर्णिमा दास के चुनाव जीतने के बाद जमशेदपुर पूर्वी विधानसभा की जनता को अपने समस्याओं एवं क्षेत्र के विकास के लिए उनके पति एवं परिवार के अन्य सदस्यों के समक्ष जाना पड़ेगा.
कांग्रेस प्रत्याशी डॉक्टर अजय के इस बयान पर कई महिला संगठन ने कांग्रेस प्रत्याशी डॉक्टर अजय का पुतला दहन करने जैसा काम करते हुए विरोध प्रदर्शन किया था.
भाजपा प्रत्याशी पूर्णिमा दास अपनी जीत के प्रति आश्वस्त दिख रही है उनका मानना है कि झारखंड की जनता परिवर्तन चाहती हैं. पूर्णिमा दास का कहना है कि जनसंपर्क एवं पदयात्रा के दौरान लोगों का कहना है कि बीते पांच साल में झारखंड में विकास का कार्य शिथिल पड़ गया था ,बीते पांच साल में सिर्फ ट्रांसफर-पोस्टिंग एवं कमीशन का उद्योग चला. बीते पांच वर्षों में झारखंड में रोजगार की कमी के कारण लोगों को दूसरे प्रदेशों में पलायन करना पड़ा, झारखंड में अपराध बेकाबू होने के कारण कई बड़े व्यापारी तथा उद्योगपति झारखंड से पलायन किए.
झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास की बहू पूर्णिमा, राज्य के सबसे युवा प्रत्याशियों में से एक हैं. जमशेदपुर पूर्व की भाजपा प्रत्याशी पूर्णिमा दास का दावा हैं कि वह राजनीतिक रूप से बिल्कुल परिपक्व है और जमशेदपुर पूर्व विधानसभा को आदर्श विधानसभा क्षेत्र बनाने का मास्टर प्लान लेकर विधानसभा चुनाव मैदान में उतरी हैं.
अब देखना है कि जमशेदपुर पूर्वी विधानसभा क्षेत्र की जनता किस प्रत्याशी पर भरोसा कर विधानसभा भेजती है.