New Delhi.कांग्रेस ने रविवार को कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को जनता से वोट मांगने से पहले लंबित कोयला ‘रॉयल्टी’ के रूप में झारखंड को 1.36 लाख करोड़ रुपये जारी करने में देरी का हिसाब देना चाहिए. कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने दावा किया कि केंद्र पर कोयला ‘रॉयल्टी’ और केंद्रीय योजना के लाभ के रूप में झारखंड का लाखों करोड़ रुपये बकाया है. उन्होंने दावा किया कि झारखंड में कोयला खदानें कोल इंडिया लिमिटेड की सहायक कंपनियों द्वारा संचालित की जाती हैं, जिन पर राज्य सरकार की भारी रकम बकाया है. कांग्रेस नेता ने कहा, ‘भूमि मुआवजे का भुगतान न करने के लिए 1,01,142 करोड़ रुपये, ‘सामान्य कारण बकाया’ मद के तहत 32,000 करोड़ रुपये और ‘धुले कोयले की रॉयल्टी’ मद के तहत 2,500 करोड़ रुपये का बकाया है.’
उन्होंने भाजपा की झारखंड इकाई पर सवाल उठाते हुए पूछा कि वह राज्य के लिए धन सुनिश्चित करने में क्यों विफल रही और प्रधानमंत्री चुप क्यों हैं. रमेश ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘नॉन बायलॉजिकल’ प्रधानमंत्री इन निधियों को जारी करने में क्यों विफल रहे हैं? क्या झामुमो-कांग्रेस गठबंधन को वोट देने के कारण झारखंड के साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है? राज्य भाजपा नेतृत्व राज्य के लिए कोई धनराशि सुनिश्चित करने में असमर्थ क्यों है?’ उन्होंने कहा कि झारखंड के लोगों से एक भी वोट मांगने से पहले भाजपा को राज्य को 1.36 लाख करोड़ रुपये जारी करने में हुई इस देरी का हिसाब देना चाहिए. झारखंड विधानसभा चुनाव के लिए 13 और 20 नवंबर को दो चरणों में मतदान होना है.