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कानून से ऊपर कोई नहीं : कोल्हान डीआईजी

कानून से ऊपर कोई नहीं : कोल्हान डीआईजी

अपने कर्तव्य का निर्वहन करते हुए अपने क्षेत्र में अमन-चैन कायम रखने के लिए 2008 बैच के आईपीएस अधिकारी कोल्हान डीआईजी अजय लिंडा ने कहा कानून से ऊपर कोई नहीं है।चाहे वह कितना भी बड़ा व्यक्ति क्यों ना हो।

कोल्हान डीआईजी ने राम कृष्णा फोर्जिंग के सीपीओ शक्ति सेनापति को सलाखों के पीछे भेजकर कोल्हान वासियों में कानून व्यवस्था के प्रति लोगों में एक विश्वास पैदा की है । जो आज लोगों के जुबान पर चर्चाओं का विषय बना हुआ है। कोल्हान डीआईजी अजय लिंडा की छवि एक तेज तरार कर्मठ और ईमानदार आईपीएस अधिकारी के रूप में जानी जाती है।  लोगों का मानना है कि कोल्हान डीआईजी श्री अजय लिंडा अपने कर्तव्य का निर्वहन करते हुए क्षेत्र में अमन चैन कायम रखने के लिए उग्रवाद, अपराध एवं थाना के दलालों से लोगों को मुक्ति दिलाएंगे। कोल्हान डीआईजी अजय लिंडा के कार्यों से काम में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों एवं थाना के दलालों में हड़कंप मचा हुआ है। वर्षों से लगी पुलिसिया जंग की मार झेल रही जनता डीआईजी के ऐसे प्रयास की सराहना करती दिख रही है। टाटा-कांड्रा टोल पर 28 अप्रैल को रामकृष्ण फोर्जिंग के सीपीओ शक्ति पदों सेनापति द्वारा पुलिस के वर्दी का कॉलर पकड़कर खींचने ,फाइन बुक छीन कर फेंकने एवं घटना की रिकॉर्डिंग कर रहे  आज तक के पत्रकार मनीष कुमार और दूरदर्शन के पत्रकार अनूप मिश्रा का कैमरा छीन कर तोड़ना और धक्का-मुक्की करने के मामले को डीआईजी कोल्हान ने गंभीरता से लेते हुए करवाई के मॉनिटरिंग करते हुए सलाखों के पीछे भेज कर आम जनता में एक विश्वास कानून के प्रति जगा दिया है ।कोल्हान वासियों को डीआईजी के प्रति एक उम्मीद और विश्वास जगी है।
ए के मिश्रा

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