पूर्वी सिंहभूम जिले मे विगत 20 वर्षो के अंतराल मे सांसद एवं विधयाक फंड से प्राप्त एम्बुलेंसो की जाँच हो,उक्त मांग मानवाधिकार संगठन एवं रोटी बैंक के चेयरमैन मनोज मिश्रा ने रोटी बैंक द्वारा भुईयाडीह मे आयोजित स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रम मे बतौर मुख्य अतिथि उक्त बात कहीं |
उन्होने कहा कि अक्सर सुदूर गांव अथवा शहरों मे एम्बुलेंस की कमी का रोना रोया जाता है, एम्बुलें की कमी के कारण तथा समय ईलाज नहीं मिलने की शिकायत मिलती रहती है फलस्वरूप रोगी की असमय जान चली जाती है, जबकि जिले मे सांसद एवं विधायक फंड से अनेकों एम्बुलेंस प्रदान किये गए है, आज वे एम्बुलेंस कहां गए? इसे लेकर मानवाधिकार संगठन जिला प्रशासन एवं सरकार को ज्ञापन देकर इसकी जाँच की मांग करेगा |
बैठक मे उपस्थित किशोर वर्मा, सलावत महतो एवं ऋषि गुप्ता ने संयुक्त रूप से बताया कि झारखण्ड गठन के बाद से जिले मे जनप्रतिनिधियों द्वारा प्रदत्त अनेक एम्बुलेंस एकाएक कहाँ गायब हो गए है, यह खोज का विषय है | समस्त एम्बुलेंस जनता के पैसे से ख़रीदे गए है आखिर जनता को उन एम्बुलेंसो का लाभ क्यों नहीं मिल पा रहा है | सभी ने इसे लेकर जोरदार आंदोलन चलाने की बात कही है |
कार्यक्रम मे लोगो को बेहतर स्वास्थ्य लाभ पहुंचाने को लेकर गंभीर चर्चा हुई | कार्यक्रम मे मनोज मिश्रा के साथ किशोर वर्मा, सलावत महतो, ऋषि गुप्ता, गुरमुख सिंह, ऋषि कुमार, शिव कुमार सिंह, श्याम लाल, रेणु सिंह, अनिमा दास, देवाशीष दास, जगरनाथ महंती, अभिजीत चंदा, आर सी प्रधान, रीना देवी, वंदना मोदक, सुमित्रा, सावित्री, मंजू शर्मा सहित काफ़ी सदस्यों ने भाग लिया |