New Delhi.. डाक विभाग बुजुर्ग पेंशनभोगियों को उनके डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र (डीएलसी) जमा करने में मदद के लिए उनके घर तक सेवाएं पहुंचाएगा. शुक्रवार को जारी एक आधिकारिक बयान से यह जानकारी मिली. यह कदम इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि पेंशन और पेंशनभोगी कल्याण विभाग (डीओपीपीडब्ल्यू) ने 1-30 नवंबर, 2024 तक पूरे देश के सभी जिला मुख्यालयों और प्रमुख शहरों में डीएलसी अभियान 3.0 आयोजित करने का निर्णय लिया है. सभी जिला डाकघरों में डीएलसी अभियान 3.0 के लिए एक तैयारी बैठक 12 सितंबर, 2024 को वी श्रीनिवास, सचिव (डीओपीपीडब्ल्यू) द्वारा की गई थी जिसमें संजय शरण महानिदेशक डाक सेवाएं, राजुल भट्ट उप महानिदेशक डाक और आर. विश्वेश्वरन प्रबंध निदेशक (एमडी) और मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ), इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक (आईपीपीबी) भी शामिल हुए थे. कार्मिक मंत्रालय द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि इस बात पर सहमति बनी थी कि जिला डाकघर पेंशनभोगी कल्याण संघों, पेंशन वितरण बैंकों और भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) के साथ समन्वय करके जिला डाकघरों में डीएलसी अभियान 3.0 का संचालन करेंगे. बयान में कहा गया है, ‘पेंशनभोगी एंड्रॉयड स्मार्ट फोन से फेस ऑथेंटिकेशन का उपयोग करके जिला डाकघरों में जीवन प्रमाण पत्र (या डीएलसी) जमा कर सकते हैं.’
बयान में कहा गया है, ‘‘डाक विभाग वृद्धों को घर-घर जाकर सेवाएं प्रदान करेगा/(और) पेंशनभोगियों को आवश्यकतानुसार डीएलसी जमा करने के लिए सूचित करेगा.’ बयान में कहा गया है कि बैनर, सोशल मीडिया, एसएमएस और लघु वीडियो के माध्यम से जागरूकता फैलाकर डीएलसी 3.0 अभियान का व्यापक प्रचार किया जाएगा. बयान में कहा गया है कि यूआईडीएआई और इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (एमईआईटीवाई) शिविरों के दौरान तकनीकी सहायता प्रदान करेंगे. बयान में कहा गया है, यह परिकल्पना की गई है कि सहयोग पेंशनभोगियों के डिजिटल सशक्तिकरण के लिए सरकार के प्रयासों को व्यापक और गहरा करेगा और उनके जीवन को आसान बनाने में काफी योगदान देगा. वर्ष 2023 में, डीएलसी अभियान 2.0 सौ शहरों में आयोजित किया गया था और 1.45 करोड़ पेंशनभोगियों ने अपने डीएलसी जमा किए थे.