New Delhi. टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने बृहस्पतिवार को कहा कि विस्तारा की ‘सर्वश्रेष्ठ गुणों’ को एयर इंडिया में लाया जा रहा है और कंपनी ‘बहुत ज्यादा उम्मीदों’ को पूरा करेगी. उन्होंने कहा कि टाटा ने जब दो साल पहले विस्तारा का अधिग्रहण किया था, तब कई प्रणालीगत कारणों से इसमें गिरावट में थी. उन्होंने कहा, हम जानते हैं कि नई एयर इंडिया से उम्मीदें बहुत अधिक हैं. हम इससे कम की उम्मीद नहीं करते हैं और हम इससे कम कुछ भी नहीं देने की उम्मीद करते हैं. उन्होंने कहा कि विलय के बाद बनने वाली इकाई देश की आगामी विमानन क्रांति के लिए तैयार हो जाएगी.
विलय की घोषणा के लगभग दो साल बाद 12 नवंबर को एयर इंडिया के साथ विस्तारा का एकीकरण पूरा हो गया.
अब विस्तारित एयर इंडिया में सिंगापुर एयरलाइंस की 25.1 प्रतिशत हिस्सेदारी है. विस्तारा का स्वामित्व टाटा और सिंगापुर एयरलाइंस के पास था. चंद्रशेखरन ने पेशेवरों के सोशल मीडिया मंच ‘लिंक्डइन’ पर पोस्ट किया, हमारी महत्वाकांक्षाओं को देखते हुए इस विलय को एक यात्रा के हिस्से के रूप में देखा जाना चाहिए. विलय शुरू होने पर कारोबार के विभिन्न हिस्से परिपक्वता के अलग-अलग बिंदुओं पर थे, इसलिए उन्हें पूरी तरह से संरेखित होने में समय लगेगा.
उन्होंने स्वीकार किया कि अभी और काम किया जाना बाकी है तथा यह विलय विस्तारा के सर्वोत्तम गुणों को सामने ला रहा है. उन्होंने कहा कि वह एयर इंडिया के भविष्य के प्रति आशावादी हैं.