रांची . झारखंड के मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने बुधवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया. इसके बाद झामुमो नेता हेमंत सोरेन ने राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन से मुलाकात कर सरकार बनाने का दावा पेश किया. हेमंत सोरेन को फिर से विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद इस्तीफा देने से पहले झारखंड के सीएम चंपाई सोरेन भावुक दिखे. सत्ता पक्ष के विधायकों की बैठक में मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने कहा कि गठबंधन ने हमें जो जिम्मेवारी सौंपी थी, उसे निभाया. हमने 5 महीने बेहतर तरीके से सरकार चलायी.
बैठक के बाद वे घर लौटने लगे, तो कहा- राजभवन चलना होगा, तो बताइएगा. उन्होंने कहा कि गठबंधन के निर्णय के अनुसार काम किया है. पिछले दिनों गठबंधन ने ही उन्हें मुख्यमंत्री बनाया था. तब हेमंत सोरेन जेल में थे. हेमंत बाबू अब वापस आ गये हैं. गठबंधन ने नेतृत्व परिवर्तन का निर्णय लिया. फिर से उन्हें नेता चुना गया है. इसलिए हमने मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया है. जो निर्णय है, उसके अनुसार काम किया. उन्होंने कहा, “सभी जानते हैं कि हेमंत सोरेन जी के साथ क्या हुआ था. गठबंधन सहयोगियों ने मुझे जिम्मेदारी दी थी. अब, गठबंधन ने हेमंत सोरेन जी के पक्ष में फैसला किया है.
निशिकांत दुबे बोले- चंपाई सोरेन युग खत्म, परिवारवादी पार्टी में, परिवार के बाहर के लोगों का कोई राजनीतिक भविष्य नहीं है
इस बीच, भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, झारखंड में चंपई सोरेन युग खत्म हो गया है। परिवारवादी पार्टी में, परिवार के बाहर के लोगों का कोई राजनीतिक भविष्य नहीं है. मैं चाहता हूं कि मुख्यमंत्री भगवान बिरसा मुंडा से प्रेरणा लें और भ्रष्ट हेमंत सोरेन जी के खिलाफ खड़े हो जाएं.
बाबूलाल बोले- शिबू सोरेन के परिवार के बाहर के आदिवासी झामुमो में केवल अस्थायी चेहरे हैं.
भाजपा की झारखंड इकाई के अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा कि शिबू सोरेन के परिवार के बाहर के आदिवासी झामुमो में केवल अस्थायी चेहरे हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि यह परिवार अपनी आवश्यकताओं के अनुसार लोगों का उपयोग करने में विश्वास रखता है. हेमंत, पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन के बेटे हैं. मरांडी ने आरोप लगाया कि पांच महीने पहले भाई-भतीजावाद से ऊपर उठकर नया मुख्यमंत्री चुनने की बात करने वाले झामुमो का असली चेहरा एक बार फिर उजागर हो गया है.