Dhanbad. ईसीएल मुगमा एरिया के कापासारा आउटसोर्सिंग कोलियरी में रविवार देर रात कोयले के अवैध खनन के दौरान जोरदार आवाज के साथ चाल धंस गया। इसके कारण चाल के मलबे में दबकर 12 से अधिक लोगों की मौत की आशंका जतायी जा रही है। हांलाकि, घटना के बाद कोयला चोरों ने दो शवों को मलबे से बाहर निकाला है, जिससे फिलहाल दो लोगों की मौत होने की ही पुष्टि हो पायी है। बाकी लोग अभी भी मलबे के नीचे दबे हैं। मृतकों की पहचान यमुना राजवंशी (37 वर्षीय) और तापस दास (20 वर्षीय) के रूप में हुई है।
स्थानीय भाजपा नेता प्रदीप बाउरी और पूर्व मुखिया लखी देवी ने कोलियरी प्रबंधन को घटना के लिए जिम्मेदार ठहराया है। तापस दास को आननफानन में उसके परिजनों ने दफना दिया, जबकि यमुना राजवंशी का शव उसके घर पर रखा है। लोगों ने यमुना राजवंशी के पैतृक गांव नवादा (बिहार) में घटना की जानकारी दे दी है। बता दें कि पिछले माह भी अवैध खनन के दौरान चाल धंसने से तीन लोगों की मौत हुई थी।
घटना के बाद अवैध खनन करवाने व भट्टों में कोयला पहुंचाने वाले सिंडिकेट में हड़कंप मचा हुआ है। घटना के आठ घंटे बीतने के बाद भी कोलियरी प्रबंधन और पुलिस मौके पर नहीं पहुंची है। वहीं, चाल धंसने के कारण सियारकनाली गांव के पास स्थित गर्म खदान (तालाब) में गोफ बन गया है, जिससे तालाब का पानी सूख गया है। तालाब सूखने पर ग्रामीण आक्रोशित हैं। उनका कहना है कि नहाने-धोने के लिए एक ही तालाब था, वो भी सूख गया है। ऐसे में उन्हें पानी की दिक्क्त होगी।