Dumaria.डुमरिया थाना क्षेत्र के तिरीलडीह गांव निवासी सूरजू मोहन सोरेन अपने पुत्र सोमराय सोरेन के साथ मिलकर कुमड़ाशोल गांव जाकर कुमड़ाशोल चौक में स्थित दासो सरदार की झोपड़ी को मंगलवार की सुबह दबंगई दिखाते हुए तोड़ दिया. घटना के समय दासो सरदार घर में नहीं था. वह काम करने गया था. किसी ने घर तोड़ने की सूचना दासो सरदार को दी. जब दासो सरदार विरोध जताया तो सोमराय सोरेन दावली से उसे मारने पर उतारू हो गये. तब ग्रामीण भड़क गये और दोनों बाप- बेटे को पकड़ कर रस्सी से बांध दिया.
कुछ लोग ने दोनों को मारने पर उतारू थे. लेकिन कुछ ग्रामीणों ने रोक दिया. ग्रामीण इस बात पर आक्रोशित थे कि दूसरे गांव से आकर कैसे किसी का कोई घर तोड़ देगा. ग्रामीणों ने बताया कि जिस झोपड़ी को तोड़ा गया उसमें दासो सरदार के परिजन सौ साल से अधिक समय से रह रहे हैं. पहले वहां मिट्टी का घर था जो धंस गया है. दासो सरदार एक झोपड़ी बनाकर रह रहा हैं. वह बाहर काम करने चला जाता हैं. जिसके कारण झोपड़ी को भी ठीक से नहीं रख पाता है. बीमारी के बाद दासो सरदार इन दिनों इसी झोपड़ी पर ही रात गुजारता है. दासो सरदार के नाम उक्त जमीन का भूमि अधिग्रहण के एवज में मुआवजा हेतू नोटिस भी मिला हैं. दूसरी ओर सुरजू मोहन सोरेन का कहना हैं कि पूरी जमीन उसी की है. इसलिए दासो सरदार का झोपड़ी तोड़ा. क्योंकि मुझे यहां घर बनाना है.
ग्रामीणों ने इसकी सूचना मुखिया चंदनी मुर्मू को दी. उसने डुमरिया पुलिस को सूचित किया. डुमरिया पुलिस ने सुरजू मोहन तथा उसके पुत्र को डुमरिया थाना लेकर गयी. दासो सरदार ने इन दोनों पर जबरन अपनी झोपड़ी तोड़ने की लिखित शिकायत की है. पुलिस मामले की जांच कर रही है