Jamshedpur. बिष्टुपुर के रिहायशी इलाके बागमती रोड में 19 जनवरी को कपड़ा कारोबारी रमेश कांवटिया के घर में डकैती की घटना को अंजाम देने वाले पांच अपराधियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. उनके पास से सोने की चेन समेत कई सामान भी बरामद किया है. सावन देवगम की निशानदेही पर पुलिस ने घटनास्थल से दो सौ मीटर दूर से चाकू बरामद किया है. सोनू बाग के साथ राजा महानंद और पवन बाग ने रेकी करने का काम किया था. गिरफ्तार होने वालों में मानगो का टेंपो चालक मिराज खान उर्फ बाबू, चाईबासा का सावन देवगम, बिष्टुपुर का सोनू बाग, बाराद्वारी का किशन बाग और राजा महानंद शामिल है.
इस कांड में शामिल दो अपराधी अब भी फरार हैं. इस कांड का मास्टर माइंड साेनू बाग उर्फ रवि बाग है. उक्त जानकारी एसएसपी किशोर कौशल ने मंगलवार को संवाददाता सम्मेलन में दी. एसएसपी किशोर कौशल ने बताया कि सोनू सातिर अपराधी है. वह पहले भी चोरी की कई घटनाओं को अंजाम दे चुका है. सबसे गौर करने वाली बात यह है कि जहां-जहां सोनू की मां नौकरानी का काम करती थी, वहां-वहां सोनू ने घटना को अंजाम दिया है. कारोबारी रमेश कांवटिया के घर पर भी सोनू की मां नौकरानी का काम करती थी. हालांकि कुछ दिन पहले उसने काम छोड़ दिया था.
मां के काम छोड़ने के बाद सोनू ने कारोबारी के घर डकैती की योजना बनायी थी. वहीं कदमा में डॉक्टर के घर पर हुई 75 लाख की चोरी की घटना में सोनू का अहम रोल था. सोनू के दो साथी अब भी फरार हैं. सोनू ने पुलिस को बताया कि चेन वह खुद के पास रखा था. अन्य सामान को वह बेचने के लिए अपने एक साथी को दे दिया था. दरअसल, बिष्टुपुर के बागमती रोड में रविवार देर शाम पांच अपराधियों ने कपड़ा कारोबारी रमेश कांवटिया के घर में डकैती की घटना को अंजाम दिया था. रमेश कांवटिया और उनकी पत्नी अंजू कांवटिया के साथ मारपीट कर आरोपियों ने अंजू की सोने की चेन, कंगन के अलावा चांदी के पूजा के सामान लेकर फरार हो गये थे. जिसकी कीमत करीब आठ से 10 लाख रुपये बतायी गयी थी.
सबसे पहले पुलिस ने टेंपो चालक को पकड़ा
पुलिस ने घटना के बाद टीम बनाकर मामले की छानबीन शुरू की. सीसीटीवी कैमरे की मदद से टेंपो के बारे में जानकारी मिली. उसके बाद पुलिस ने उसके नंबर का पता लगाया. उसके बाद पुलिस ने मिराज को घर के पास से ही गिरफ्तार किया. पूछताछ के क्रम में मिराज ने डकैती की घटना में संलिप्तता स्वीकार की. मिराज से मिली जानकारी के आधार पर पुलिस ने छापेमारी कर बारी-बारी से सभी को गिरफ्तार किया.
रमेश कांवटिया के घर के बारे में थी पहले से जानकारी
एसएसपी किशोर कौशल ने बताया कि 19 जनवरी को शहर में एक बड़े कलाकार का कार्यक्रम था. जिस कारण से बिष्टुपुर क्षेत्र में गाड़ियों का आवागमन भी काफी था. इस कारण से भी अपराधियों ने 19 जनवरी का दिन निर्धारित किया. एसएसपी ने बताया कि सोनू बाग अपनी मां को छोड़ने और लाने के लिये कभी-कभी कांवटिया के घर जाता था. रमेश कांवटिया और उनकी पत्नी सोनू से बातचीत भी करती थीं. जिस कारण सोनू को घर के बारे में पूरी जानकारी थी. करीब एक माह तक पूरी योजना बनाने के बाद सोनू ने 19 जनवरी को घटना को अंजाम दिया. सोनू व उसके साथी मिराज के टेंपो से मौके पर डकैती करने पहुंचे थे. अंजाम देने के बाद सभी उसी टेंपो से वहां से फरार हो गये थे.