Jamshedpur. भाजपा ने जमशेदपुर पूर्वी के कांग्रेस प्रत्याशी डॉ अजय कुमार पर बड़ा हमला बोला. जमशेदपुर के पूर्व जिलाध्यक्ष रामबाबू तिवारी ने डॉ अजय को नेता के रूप में फ्लॉप बताया. उन्होंने कहा कि राजनीति में पलटूराम जैसी उपलब्धि इनके खाते में है. ये कभी एक जगह नहीं टिकते हैं. दरअसल, ये चुनौतियों का सामना करने में कभी सक्षम नहीं रहे हैं. यही वजह है कि पेशा दर पेशा और पार्टी दर पार्टी बदलते रहे हैं. उक्त बातें सोमवार को भारतीय जनता पार्टी प्रदेश कार्यसमिति सदस्य सह पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष रामबाबू तिवारी एवं जमशेदपुर महानगर जिला मंत्री पप्पू सिंह ने संवाददाता सम्मेलन में कही. उन्होंने कहा कि जमशेदपुर के लोग इनकी इस आदत से भली भांति परिचित भी हैं. इन्होंने एमबीबीएस की पढ़ाई की, लेकिन डॉक्टरी का पेशा नहीं अपनाया. फिर इन्होंने आइपीएस की नौकरी की, लेकिन कुछ सालों में उससे भी ऊब गये. फिर डॉ अजय ने टाटा कंपनी में नौकरी की. यहां भी इनका मन नहीं लगा.
फिर मैक्स हॉस्पिटल में नौकरी कर ली. वहा भी ज्यादा दिन तक टिक नहीं पाये. इसके बाद इनके सिर पर राजनीति का भूत सवार हो गया. सबसे पहले इन्होंने झारखंड विकास मोर्चा ज्वाइन की. उसके टिकट पर जमशेदपुर लोकसभा का चुनाव लड़ा. सांसद भी बने. लेकिन अगले ही आम चुनाव में जमशेदपुर की जनता ने इन्हें हराने का काम किया. उस समय भी ये आरोप था कि न तो वो जमशेदपुर में रहते हैं, न ही जनता का काम करते हैं. जमशेदपुर से चुनाव हारने के बाद डॉ अजय झाविमो छोड़ कांग्रेस में शामिल हो गये. कांग्रेस में शामिल होते ही वहां के नेताओं से इनकी खटपट शुरू हो गई. भले वे राजनीति में आ गये, लेकिन उनकी कार्यशैली पुलिस अधिकारी वाली ही रही. कार्यकर्ताओं के प्रति इनका व्यवहार काफी खराब था. कांग्रेस के नेता इनके खिलाफ और ये कांग्रेस के नेताओं के खिलाफ जहर उगलने लगे. कांग्रेस में रहते हुए कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के बारे में डॉ अजय ने कहा था- कांग्रेस के नेताओं से बेहतर हैं कुख्यात अपराधी और तो और कांग्रेस के झारखंड प्रदेश अध्यक्ष रहते डॉ अजय कुमार ने एक कांग्रेसी कार्यकर्ता को जान से मारने की धमकी दे डाली थी