जमशेदपुर महिला कॉलेज के महिला विश्वविद्यालय में परिवर्तित होने के बाद वहां इंटर में पढ़ाई कर रही 2271 छात्राओं के भविष्य को देखते हुए जिला प्रशासन, पूर्वी सिंहभूम द्वारा संवेदनशील कदम उठाते हुए राज्य स्तर पर किए गए पत्राचार का सुखद परिणाम परिलक्षित हुए हैं। गौरतलब है कि सरकार के अधिसूचना के मुताबिक जमशेदपुर महिला कॉलेज को महिला विश्वविद्यालय में परिवर्तित किया गया, जिसके फलस्वरूप UGC Act प्रभावी हो जाती है, जिसमें केवल स्नातक स्तर से ऊपर की पढ़ाई का प्रावधान है। ऐसे में विश्वविद्यालय की स्थापना होने के कारण कॉलेज में इंटर के कला संकाय, विज्ञान संकाय तथा कॉमर्स की पढ़ाई स्वतः बन्द कर दिया गया जिससे वहां अध्ययनरत रही छात्राओं के भविष्य पर सवाल खड़े होने लगे।
जिला दण्डाधिकारी सह उपायुक्त श्रीमती विजया जाधव ने बताया कि इंटरमीडिएट की पढ़ाई झारखण्ड अधिविद्य परिषद (JAC) के अधीन आता है। ऐसे में कॉलेज के विश्वविद्यालय में परिवर्तित हो जाने से इंटर कला की 882, कॉमर्स में 640 तथा विभान संकाय में अध्ययनरत रही 749, कुल 2271 छात्राओं के भविष्य को देखते हुए राज्य स्तर पर पत्राचार कर व्यवहारिक दिक्कतों से अवगत कराने का निर्णय जिला प्रशासन द्वारा लिया गया जिसके सुखद परिणाम परिलक्षित हुए हैं । उन्होने बताया कि निदेशक, उच्च शिक्षा सह तत्कालीन उपायुक्त, पूर्वी सिंहभूम सूरज कुमार से मिले मार्गदर्शन एवं परस्पर सहयोग से यह संभव हो पाया तथा जिले के एडीएम लॉ एंड ऑर्डर नन्दकिशोर लाल के लगातार फॉलोअप से उम्मीद है अब छात्राओं को इंटर की पढ़ाई चालू रखने में कोई कठिनाई नहीं आएगी ।
कॉलेज में आधारभूत संरचना की कोई कमी नहीं है, तकनीकी दृष्टिकोण से विश्वविद्यालय में इंटर की पढ़ाई नहीं होने की बात को लेकर इंटर की पढ़ाई रोक दिया गया है। इस सन्दर्भ में किसी प्रकार का आदेश / निदेश की सूचना छात्रों को लिखित रूप से नहीं दिया गया था। इस बाबत विश्वविद्यालय की Vice Chancellor के द्वारा सरकार JAC / उच्च शिक्षा विभाग को विभिन्न पत्रों के माध्यम से उचित दिशा-निदेश की मांग भी की गई थी । फलस्वरूप निदेशक, उच्च शिक्षा सूरज कुमार द्वारा निदेशक, माध्यमिक शिक्षा निदेशालय से पत्राचार करते हुए महिला कॉलेज जमशेदपुर में झारखंड अधिविध परिषद द्वारा संचालित इंटरमीडिएट कोर्स को विश्वविद्यालय की इकाई से अलग करने हेतु समुचित कार्रवाई की बात कही गई है।
कुमार मनीष, 9852225588