Ranchi. झारखंड में उत्पाद सिपाही बहाली को लेकर दौड में अब तक 12 अभ्यर्थियों की मौत हो चुकी है. सोमवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने मामले को गंभीरता से लेते हुए भर्ती प्रक्रिया तीन दिन के लिए रोक दी है. सीएम ने डीजीपी अनुराग गुप्ता से बात की और मामले को देखने का निर्देश दिया. अभ्यर्थियों की मौत पर डीजीपी अनुराग गुप्ता ने दुख जताते हुए कहा है कि मुख्यमंत्री के संज्ञान में मामला आया है. उन्होंने मुझे मामले को देखने के लिए कहा हैं. मौत से जुड़े सभी मामलों में यूडी केस दर्ज किये गये हैं. मृतकों के शव का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है. इसके बाद पता चलेगा कि मौत किसी बीमारी से हुई है या व्यवस्था में कोई कमी रह गयी है. जांच मे हम यह भी देख रहे हैं कि किसी चीज का सेवन तो मौत का कारण नहीं है.
उल्लेखनीय है कि राज्य के सात केंद्रों पर 538 पदों के लिए 22 अगस्त से शारीरिक जांच परीक्षा चल रही है. इसी क्रम में दो सितंबर को पलामू जिले के पांडू थाना क्षेत्र के वृद्ध खैरा गांव के रहनेवाले दीपक पासवान का रांची में इलाज के दौरान मौत हो गयी. वह 28 अगस्त को दौड़ के क्रम में बेहोश हो गये थे. दीपक से पहले अलग-अलग सेंटर से कुल 11 अभ्यर्थियों की मौत हो चुकी है. जबकि 400 के करीब अभ्यर्थी बेहोश होकर बीमार हुए हैं. डीजीपी श्री गुप्ता ने कहा कि बहाली में शामिल सभी अभ्यर्थी हमारे बच्चे हैं. उन्हें किसी तरह की परेशानी नहीं हो. इसका ख्याल रखा जा रहा है. व्यवस्था अच्छी है.